काबुल से 120 किमी दूर उत्तर में बगलान प्रांत में स्वयं को ‘जन विद्रोह’ से जुड़ा बताने वाले लड़ाकों ने हिंदुकुश में अंदराब घाटी में तीन जिलों पर कब्जा करने का दावा किया । तालिबान ने कहा है कि उसके सैकडों लडाके पंजशीर घाटी की ओर बढ रहे हैं जो फिलहाल संघर्षरत अफगानिस्ताकन में प्रतिरोध का केन्द्रा बना हुआ है। रूसी समाचार एजेंसी स्पूनतनिक ने खबर दी है कि पंजशीर प्रांत पर नियंत्रण करने के लिए सैंकडों मुजाहिद्दीन घाटी की ओर बढ रहे हैं। अशरफ गनी सरकार के पतन के बाद गनी मंत्रिमंडल के प्रथम उपराष्ट्र पति अमरुल्लानह सालेह और अहमद मसूद के नेतृत्वर में पंजशीर प्रतिरोध का केन्द्र बना हुआ है। एजेंसी के अनुसार तालिबान के सदस्यम अफगानिस्ता न की राजधानी काबुल के उत्तसर पूर्व में स्थित पंजशीर प्रांत पर हमले के लिए आदेश की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इससे पहले, कल तालिबान ने अहमद मसूद को हथियार डालने का अवसर दिया था।
इस बीच, मसूद ने कहा है कि वह हथियार नहीं डालेगा और स्था नीय लोग लडाई के लिए तैयार हैं। मसूद ने यह भी कहा कि वह और उसके समर्थक तालिबान के साथ समावेशी सरकार सहित बातचीत के लिए तैयार हैं। लेकिन तालिबान इसके लिए तैयार नहीं है।
पंजशीर प्रांत में जमा हुए जो अफगानिस्तान के 34 प्रांतों में से इकलौता ऐसा प्रांत है जहां तालिबान कब्जा नहीं कर सका है।
तालिबान के प्रवक्ता जबील्ला मुजाहिद ने कहा कि उन्होंने पंजशीर प्रांत को घेरना शुरू कर दिया है। अफगानिस्तान के उप राष्ट्रपति रहे अमरूल्ला सालेह ने ट्विटर पर लिखा कि तालिबान लड़ाके प्रांत के आसपास एकत्रित हो गए हैं। मुजाहिद ने कहा कि तालिबान की योजना पंजशीर के लोगों से बात करने की है। उन्होंने कहा, ‘‘अभी तक तो वहां लड़ाई नहीं हो रही। हम पंजशीर के लिए शांतिपूर्ण समाधान खोजना चाहते हैं।’’