यूक्रेन और रूस के बीच चल रही सैनिक लडाई के कारण नौ साल के बाद गुरुवार को अंतर्रराष्ट्रीय बाजार मे कच्चे तेल की कीमतें अधिकतम एक सौ 15 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गईं। अंतर दिवसीय कारोबार में ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत पांच प्रतिशत से अधिक बढ़कर 120 डॉलर प्रति बैरल हो गई। साप्ताहिक आधार पर यह लगभग 20 प्रतिशत अधिक है।
निवेशकों ने कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि इससे महंगाई बढ़ने की आशंका है। कई देशों में पहले से ही महंगाई बहुत ज्यादा हो चुकी है।
वित्त क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि यूक्रेन पर रूस का हमला आज आठवें दिन भी जारी रहने के बावजूद निवेशक तेल की बढ़ती कीमतों के घटने का इंतजार कर रहे हैं। रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू किया था। पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर कडे प्रतिबंध लगाए जाने की वजह से कोयला, प्राकृतिक गैस और एल्युमीनियम की कीमतो में भी तेजी आने की आशंका है।