भोपाल : नाबार्ड मध्य प्रदेश क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा दिनांक 8 मार्च 2022 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन आर सी वी पी प्रशासनिक अकादमी परिसर भोपाल में किया गया । कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य राज्य की सफल महिला उद्यमियों, किसान उत्पादक संगठनों से जुड़ी महिलाओं तथा हथकरघा कारीगरों तथा इन क्षेत्रों में विशेष उपलब्धि प्राप्त लोगों को सम्मानित करना था। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पद्मश्री 2022 से सम्मानित दुर्गाबाई व्याम थी। इस अवसर पर नाबार्ड, मध्य प्रदेश क्षेत्रीय कार्यालय के मुख्य महाप्रबंधक निरुपम मेहरोत्रा, अन्य
वरिष्ठ अधिकारीगण तथा विभिन्न जिलों से पधारे हुए एस एच जी , एफ पी ओ, वाटरशेड एवं रुरल मार्ट एवं हाट के लाभार्थी उपस्थित रहे ।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि पद्मश्री दुर्गाबाई व्याम ने कहा कि वह आज महिला किसी पहचान की मोहताज नहीं है तथा समाज के प्रत्येक क्षेत्र में अपनी एक विशिष्ट पहचान बना रही है और
इसका जीता- जागता उदाहरण वह स्वयं हैं । उन्होने डिंडोरी जिले के एक छोटे से गांव के स्तर से शुरुआत करते हुए गोंड चित्रकारी में पद्मश्री पुरस्कार पाने तक का सफर तय किया है। जीवन के शुरुआती दिनों में
उनकी यात्रा बड़ी संघर्षपूर्ण रही परंतु लगन, हिम्मत एवं सभी के सहयोग से उन्होने देश-विदेश में अपनी पहचान बनाई तथा अपनी जैसी महिलाओं का सम्मान बढ़ाया। उन्होंने उपस्थित सभी महिलाओं का
उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में बहुत बेहतरीन कार्य कर रही हैं और इसी प्रकार लगन के साथ कार्य करते हुए आगे बढ़ने ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक, निरुपम मेहरोत्रा ने बताया कि नाबार्ड हमेशा से से महिला सशक्तिकरण एवं उनके उत्थान के लिए प्रयासरत रहा है । इस दिशा में नाबार्ड ने
महिलाओं के लिए कुछ विशेष कार्यक्रम जैसे कि एस. एच. जी. बैंक सहबद्धता कार्यक्रम, आजीविका संवर्धन कार्यक्रम, कौशल उन्नयन , विपणन , एफ पी ओ, वाटरशेड एवं रुरल मार्ट एवं हाट इत्यादी को क्रियान्वित किया ।
मुख्य महाप्रबंधक महोदय ने नाबार्ड द्वारा 1992 से संचालित एस. एच. जी. बैंक सहबद्धता कार्यक्रम पर विशेष प्रकाश डाला तथा उसकी उपलब्धियों बताईं । बदलते परिवेश में ग्रामीण उत्पाद के महत्व को देखते हुए नाबार्ड ने अब तक मध्यप्रदेश में 43 रुरल मार्ट, 20 रूरल हॉट 316 एफपीओ, 88 वाडी, 56 वाटरशेड तथा 400000 महिला एवं 15000 ग्रामीण युवा को प्रशिक्षण देकर आजीविका से जोड़ने का
कार्य किया है। उन्होंने कहा कि नाबार्ड भविष्य में भी इस दिशा में अपने कर्तव्यों का निर्वहन मजबूती से करता रहेगा।
इस अवसर पर नाबार्ड द्वारा विभिन्न जिलों से आए हुए एस. एच. जी. की महिला उद्यमियों, महिला कृषकों , एफपीओ, वाडी, वाटरशेड तथा रुरल मार्ट इत्यादी विकासात्मक कार्यक्रमों में उत्कृष्ट योगदान के
लिए पुरस्कृत किया गया । इसी क्रम में मध्य प्रदेश में के विभिन्न जिलों में पदस्थ, नाबार्ड के जिला विकास