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अपराध

गरीबों के इलाज के नाम पर आयुष्मान कार्ड से धोखाधड़ी के मामले में क्राइम ब्रांच ने वैष्णव मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के संचालक विवेक परिहार गिरफ्तार किया

भोपाल 3 जून ;राजधानी भोपाल के खजूरी रोड स्थित वैष्णव मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के खिलाफ आयुष्मान योजना के तहत फर्जीवाड़े की शिकायत मिलने के बाद भोपाल क्राइम ब्रांच ने अस्पताल के संचालक विवेक परिहार के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है । परिहार पर आयुष्मान योजना में बिना मरीज को भर्ती किए करोड़ों रुपए फर्जी दस्तावेजों से लेने का आरोप है।पुलिस की जांच में सामने आया कि कार्डधारियों के दस्तावेज जुटाने के लिए विवेक परिहार दलालों की मदद लेता था। वह उन्हें 20% कमीशन देता था। एडि. डीसीपी क्राइम ब्रांच शैलेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि विवेक परिहार फर्जी बिल लगाकर एक करोड़ रुपए ले चुका है। 50 लाख का बिल क्लियर होने वाला था। इससे पहले करतूत पकड़ी गई। विवेक अस्पताल में काम करने वाले आयुष्मान मित्र अमित इंगले की मदद से लोगों के कार्ड बनवाता था, जबकि फार्मासिस्ट देवेन्द्र नेगी दलालों के जरिए दस्तावेज लेकर आता था। इस तरह उसने 32 ऐसे लोगों को मरीज बताकर इलाज किया, जो कभी अस्पताल ही नहीं आए। विवेक बीडीएस है। वह वैष्णो अस्पताल का संचालन करता है।जांच में सामने आया कि विवेक ने 62 फर्जी मरीजों को अस्पताल में भर्ती बताकर आयुष्मान योजना के तहत एक करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान ले लिया है। इसमें से 32 मरीज तो ऐसे हैं जो अस्पताल में भर्ती हुए ही नहीं हैं। उनके दस्तावेजों का इस्तेमाल कर अस्पताल ने योजना के तहत राशि निकाल ली गई।आयुष्मान योजना के कार्यालय के अनुसार पिछले एक साल में वैष्णो अस्पताल की ओर से करीब डेढ़ करोड़ रुपए राशि क्लेम की गई है। इसमें से 1 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। अस्पताल की तरफ से जब कार्ड धारक मरीजों का डाटा भेजा गया, तब योजना का सुपरविजन कर रहे अधिकारियों को इस डाटा पर संदेह हुआ।उन्होंने अपने स्तर पर जांच की तो फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया। डॉक्टर पद्माकर त्रिपाठी की तरफ से क्राइम ब्रांच में इसकी शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस दोनों आरोपियों की तलाश में जुटी है।

03 June, 2022

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