नई दिल्ली ,15 अप्रैल : राऊ से कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने तीन साल पहले मप्र की सत्ता परिवर्तन के दौरान कर्नाटक के बेंगलुरु में मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार को बचाने के लिये बैंगलोर कडा संघर्ष किया था । पर्ंतु उसका कोई असर नही हुआ था और कमलनाथ की सरकार चली गई थी । हायकमान ने उनके इसी संघर्ष को ध्यान मै रखते हुए । कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व ने राऊ विधायक जीतू पटवारी पर विश्वास जताते हुए उन्हें कर्नाटक में प्रेक्षक नियुक्त किया है । विधायक जीतू पटवारी 18 अप्रैल को बेंगलुरु पहुंचकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे.
कर्नाटक चुनाव और कांग्रेस
आपको बता दें कि 28 लोकसभा सीट और 224 विधानसभा सीटों वाले राज्य कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए बिगुल फुक चुका है.यहां 10 मई को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी. इन चुनावों के परिणाम 13 मई को घोषित किया जाएंगे.विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी जोर शोर से तैयारी में जुटी हुई है.इसी कड़ी को मजबूत करते हुए कांग्रेस पार्टी ने 14 अप्रैल को कर्नाटक विधानसभा के लिए 29 ऑब्जर्वर और बेंगलुरु शहर की सीटों के लिए विधायक जीतु पटवारी सहित पांच प्रेक्षक की नियुक्ति किए हैं.।
कांग्रेस पार्टी ने मध्य प्रदेश से जीतू पटवारी जो कि राऊ इंदौर सीट से विधायक और मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष है, उनको कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रेक्षक की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है.जीतू पटवारी 18 अप्रैल को बेंगलुरु में आयोजित बैठक में सम्मिलित होकर वहां दी गई जिम्मेदारी के अनुसार काम शुरू करेंगे.
पटवारी ने बेंगलुरु में दिखाए थे तीखे तेवर
आपको बता दें अब से तीन साल पहले मध्य प्रदेश के सत्ता परिवर्तन हुआ था.इस सत्ता परिवर्तन के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक विधायक बेंगलुरु में ही ठहरे थे.इन विधायकों से चर्चा करने और उन्हें मनाने के लिए मप्र से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह,पूर्व मंत्री जीतू पटवारी बेंगलुरु पहुंचे थे.विधायकों से मिलने की जिद में यहां विधायक जीतू पटवारी पुलिस अफसरों से भिड़ते नजर आए थे.पुलिस अफसरों से बहस के वीडियो उस दौरान सोशल मीडया पर जमकर वायरल हुए थे.अब कर्नाटक के लिए विधायक जीतू पटवारी को मिली जिम्मेदारी को लेकर चर्चा है कि बेंगलुरु में दिखाए गए उनके तीखे तेवरों के बदले राष्ट्रीय नेतृत्व ने उन पर विश्वास जताया है.