कोलकाता। भारत के दो दिग्गज स्पिनरों रविचंद्रन अश्विन और हरभजनसिंह के बीच इन दिनों शाब्दिक जंग चल रही है। भज्जी ने आरोप लगाया था कि अश्विन की सफलता में पिच क्यूरेटरों का अहम योगदान है जिसका अश्विन ने करारा जवाब देते हुए कहा कि कप्तान या चीफ कोच पिच तैयार नहीं करते हैं।
ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन पिछले कुछ समय से टीम के ट्रंप कार्ड साबित हो रहे हैं। कानपुर टेस्ट के दौरान वे सबसे तेजी से 200 टेस्ट विकेट लेने वाले एशियाई गेंदबाज बने थे। कोलकाता में उन्होंने सबसे तेजी से 200 विकेट और 1500 रन बनाने के मामले में सर इयान बॉथम का रिकॉर्ड ध्वस्त किया।
अश्विन की सफलता के बारे में भज्जी ने कहा, अश्विन को पिच क्यूरेटरों की मदद मिलती रही है और और उनके करियर की सफलता में क्यूरेटरों का अहम योगदान है। इसके जवाब में अश्विन ने कहा, ‘कप्तान कोहली या कोच कुंबले पिच तैयार नहीं करते हैं। पिच का चरित्र कैसा होना चाहिए यह भी टीम प्रबंधन निर्धारित नहीं करती है। लेकिन जब दूसरे देश घरेलू परिस्थितियों का लाभ उठाते है तो हमें क्यों नहीं उठाना चाहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोग इस बात को समझते नहीं है। इंग्लैंड जब अपने घर में दो-तीन दिनों में मैच जीतती है तो कोई नहीं बोलता है, लेकिन भारत में ऐसा हो तो मुद्दा बन जाता है। भारतीय खिलाडि़यों के पास इस तरह की बातें पढ़ने के लिए समय नहीं होता है।‘
अश्विन के इस पलटवार के बारे में पूछने पर भज्जी ने कहा, अश्विन को इस सफलता का आनंद उठाना चाहिए, लेकिन मैं अपनी बात पर कायम हूं कि गेंदबाज को अपनी क्षमता के आधार पर विकेट लेना चाहिए, न कि परिस्थितियों की मदद से यह काम करना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो आपका कौशल पीछे छूट जाता है।