ग्वालियर, 06 नवंबर :कांग्रेस यानी तीन सी, कट, कमीशन और करप्शन। कांग्रेस की जहां-जहां सरकार है, वहां-वहां तीन सी यानी कट, कमीशन और करप्शन का दौर चल रहा है। मध्यप्रदेश में भी 2003 के पहले यही दौर था। मध्यप्रदेश में जब कमलनाथ की सरकार बनी, तब भी योजनाओं में कटौती, कमीशन और भ्रष्टाचार का बोलबाला था। वल्लभ भवन को भी दलाली का अड्डा बना लिया था। कमलनाथ सरकार ने मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा चलाई जा रही संबल सहित करीब 51 सामाजिक व विकास योजनाओं को बंद कर दिया था। भितरवार के लोगों से मेरा खून, माटी, प्रगति और विकास का रिश्ता है। सन् 1984 में 13 साल के बालक के रूप् में मैं अपने पिताजी के लिए आशीर्वाद मांगने अपनी मां के साथ अंतरी आया था। अंतरी आकर मुझे अपना बपचन याद आता है। यह बात केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर जिले के भितरवार विधानसभा क्षेत्र के अंतरी गांव में पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए कही। सिंधिया ने दतिया, भाण्डेर, सेवढ़ा, लहार, अटेर और मेहगांव विधानसभा क्षेत्रों में भी पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभाओं को संबोधित किया।
भितरवार में सभा को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा कि सन् 1984 में मैं 13 वर्ष के बालक के रूप में मैं अपने पिताजी के लिए आपका आशीर्वाद मांगने आया था। तब से मैं अंतरी से जुड़ा हुआ हूं। जो प्यार, आशीर्वाद और समर्थन आप लोगों ने दिया है, उसके लिए मैं आपका जीवन भर ऋणी रहूंगा। उस समय मैं एक बीज के रूप था। आप लोगों ने खाद, पानी व छाया देकर बड़ा किया। आज जो हिम्मत और शक्ति इस बीज में है वो आपके लिए जीवन भर समर्पित है। भितरवार के लोगों से मेरा खून, माटी, प्रगति और विकास का रिश्ता है। इस क्षेत्र की जनता और मेरा खून एक ही है।
सिंधिया ने कहा कि माधव महाराज प्रथम ने इस क्षेत्र के सैकड़ों साल पहले यहां के किसानों के लिए ककेटो और हरसी का बांध का निर्माण कराया, जिसका मीठा पानी आज भी मेरे भितरवार के किसानों के खेत को सींच रहा व घरों में पहुंच रहा है।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि 2003 से पहले सड़कों में सिर्फ गड्ढे थे, गाड़ी से चलने पर लोग सोचते थे की रीड की हड्डी बचेगी की नहीं। लेकिन 2003 के बाद जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार मध्यप्रदेश में बनी है तब से लगातार विकास हुआ। आज मध्यप्रदेश में 5 लाख किलोमीटर से अधिक की चमचमाती सड़कें हैं। 2003 में किसानों का क्या हाल होता था। रात के 2 बजे बिजली मिलती थी, दिनभर बुआई और रात भर सिंचाई होती थी। आज उसी मध्यप्रदेश में 33 हज़ार मेगावॉट बिजली का उत्पादन हो रहा है।
सिंधिया ने कहा कि 2018 में जब कांग्रेस की सरकार बनी और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने कोई कार्य नहीं किया, सिर्फ एक उद्योग लगाया था वह था ट्रांसफर का उद्योग। कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था, लेकिन कर्ज माफ नहीं किया। अगर मैंने सरकार न बदली होती तो क्या किसानों का 2300 करोड़ का क़र्ज़ा का ब्याज माफ़ होता ? अगर सरकार ना बदली होती तो 12000 जो केंद्र सरकार और राज्य सरकार किसान सम्मान निधि व मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना से दे रही हैं वो नहीं मिलती।
भितरवार में सभा के दौरान एक लाड़ली से मिलकर केंद्रीय मंत्री सिंधिया भावुक ओ गए। सभा के अंत में मंच से उतरकर केंद्रीय मंत्री जनता से संवाद कर रहे थे, तभी वहां मौजूद कन्हैयाबाई ने से पूछा लाड़ली बहना के पेसे मिल रहे हैं या नहीं। कन्हैया बाई ने सिंधिया को लिपटकर रोने लगीं, सिंधिया जी भी भावुक हो गए। कन्हैया बाई ने बताया कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत उसे 1250 रूपए मिल रहे हैं, जिससे उसके पांच बच्चों की परवरिश में बहुत मदद मिल रही है।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने दतिया में पार्टी प्रत्याशी डॉ. नरोत्तम मिश्रा के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ. नरोतम मिश्रा ने दतिया को कॉलेजों का शहर बना दिया है। दतिया में निर्माणाधीन एयरपोर्ट का कार्य जल्द पूरा होगा। कांर्ग्रेस पार्टी की अगर मध्यप्रदेश में सरकार बन गई तो लाड़ली बहना योजना को बंद कर देगी। नरोत्तम मिश्रा अपने क्षेत्र के विकास के लिए लड़ने, भिड़ने और सब कुछ क़ुर्बान करने के लिए तैयार रहते हैं। मैं और नरोत्तम मिश्रा एक जैसे हैं, जिन्होंने अपने क्षेत्र में विकास की शृंखला लगाई है।
दतिया के बड़ोनी में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए पार्टी प्रत्याशी डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ जी कल आये थे, उन्होंने दतिया वासियों को गुलाम कहा। यह दतिया कि जनता मतलब दतिया का अपमान है। दतिया का अपमान मतलब मां पीताम्बरा का अपमान है, क्योंकि दतिया माई कि नगरी है। माई का अपमान करने वालों को दतिया कि जनता कभी माफ़ नहीं करेगी। कांग्रेस के कमलनाथ ने माई का तो अपमान किया ही साथ ही माई कि नगरी में झूठ भी बोला। उन्होंने कहा कि उन्होंने दतिया के 27 हजार किसानों के कर्ज माफ किये थे। जबकि सच यह है कि एक भी किसान का कर्ज उन्होंने माफ़ नहीं किया था। यह माई कि नगरी है यहां अपमान व झूठ बोलने कि सजा भी तत्काल मिलती है। आपने देखा होगा कमलनाथ जी आये तो हेलीकाप्टर से, लेकिन गए सड़क से। उनका हेलीकाप्टर उड़ नहीं सका। सड़क मार्ग से उन्हें जाना पड़ा। माई ने उन्हें आसमान से सीधे जमीन पर ला दिया। दतिया का कांग्रेस ने जो अपमान किया है उसे उसकी कीमत चुकानी होगी। दतिया कि जनता उसे सजा देगी। डॉ. मिश्रा ने कहा कि दतिया कि जनता इस बार कांग्रेस को इतनी बुरी तरह हराएगी की अगली बार कांग्रेस का कोई नेता दतिया का अपमान करने कि हिम्मत भी नहीं कर सकेगा।