मुबई फ़िल्म निर्माता और निर्देशक करण जौहर ने कहा है कि उनके लिए उनका देश सबसे पहले आता है और वो भारतीय सेना का दिल से सम्मान करते हैं. उनकी फ़िल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' को लेकर पैदा हुए विवाद के बाद उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए ये बातें कहीं. फ़िल्म में पाकिस्तानी कलाकार फ़व्वाद ख़ान ने भी काम किया है और उड़ी हमले के बाद फ़िल्म में उनके बने रहने को
लेकर कुछ संगठनों ने विरोध जताया है. करण जौहर ने अपनी चुप्पी तोड़ने के लिए लगभग दो मिनट के एक वीडियो संदेश का सहारा लिया है. उन्होंने कहा कि लोग कह रहे हैं कि वो पिछले दो हफ़्ते से इस बारे में ख़ामोश क्यों थे. उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि इसकी वजह ये थी कि वो कुछ लोगों के आरोपों से काफ़ी दुखी थे.
करण के अनुसार कुछ लोग उन्हें राष्ट्रविरोधी मानने लगे थे, जिसका उन्हें बेहद अफ़सोस हुआ. उन्होंने कहा कि उनके लिए उनका देश ही सब कुछ है और सबसे पहले है. उन्होंने आगे कहा कि देश के प्रति प्यार को इज़हार करने का उनकी नज़र में सबसे बेहतर तरीक़ा यही है कि हर जगह प्यार फैलाया जाए.
फ़िल्म ऐ दिल है मुश्किल के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि जब पिछले सितंबर से दिसंबर के बीच ये फ़िल्म बन रही थी तब भारत और पाकिस्तान के बीच हालात बिल्कुल अलग थे. उन्होंने कहीं भी पाकिस्तान का नाम नहीं लिया, सिर्फ़ पड़ोसी देश कह कर संबोधित किया. करण के अनुसार भारत की सरकार पड़ोसी देश से संबंध सुधारने के लिए हर संभव प्रयास कर रही थी. उन्होंने कहा कि अब हालात बदल गए हैं और वो फ़िलहाल किसी पाकिस्तानी कलाकार के साथ काम नहीं करेंगे.
लेकिन उन्होंने कहा कि इस फ़िल्म को बनाने में 300 भारतीय लोगों का भी सहयोग रहा है और अगर इस फ़िल्म को रिलीज़ नहीं की गई तो ये उन 300 लोगों के साथ नाइंसाफ़ी होगी.
भारतीय सेना की बार-बार तारीफ़ करते हुए करण ने कहा कि वो भारतीय सेना का सम्मान करते हैं, उसको सैल्यूट करते हैं. उन्होंने कहा कि वो हर तरह के आतंकवाद की निंदा करता हैं. ये फ़िल्म 30 अक्तूबर को रिलीज़ होने वाली है.
इस बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने कहा है कि मुंबई में अगर ये फिल्म कहीं रिलीज़ हुई तो वो थिएटरों में अपने तरीके से विरोध करेंगे. हालांकि मुंबई पुलिस ने कहा है कि कानून के तहत फिल्म की रिली़ज़ को हर संभव सहायता मुहैया कराई जाएगी.गया है.
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