लेखक ; राजा पाठक
विगत दिवस संसद सत्र के अवसर पर संसद में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के द्वारा हिंदुओं को हिंसक बताया जाना उनके हिंदू विरोधी सोच को दर्शाता है राहुल गांधी ने पूर्व में भी कई हिंदू विरोधी राष्ट्र विरोधी बयान दिए हैं, यह उनके लिए कोई नई बात नहीं है ,कांग्रेस की मानसिकता शुरू से ही सनातन विरोधी राष्ट्र विरोधी रही राम मंदिर के विरुद्ध कांग्रेस आजीवन मुकदमा लड़ती रही, रामसेतु को काल्पनिक बताया कांग्रेस ने, कश्मीर में धारा 370 लगाई कांग्रेस ने हमेशा से हिंदू समाज का अपमान करती आई कांग्रेस देश की एकता एवं अखंडता को तोड़ने का प्रयास कर रही है जब चुनाव आता है तो राहुल गांधी चुनावी हिंदू बन जाते हैं और जैसे ही चुनाव खत्म हुआ तो तुष्टिकरण की राजनीति करते हुए हिंदू विरोधी राष्ट्र विरोधी बातें करने लगते हैं पूरा देश उनकी विचारधारा से परिचित है आतंकवादियों को जी करके संबोधित करना हिंदुत्व विरोधी बयान देना उनकी धर्म विरोधी राष्ट्र विरोधी सोच को स्पष्ट रूप से दर्शाता है हिंदू कोई केवल संप्रदाय या वर्ग नहीं है हिंदू भारतीय जीवन शैली है हिंदू समाज को हिंसक बताना पूरे देश का अपमान है । यदि हिंदू हिंसक होता तो कोई भी सनातन धर्म हिंदुत्व के प्रति कभी कोई टिप्पणी नहीं कर पाता मैं गर्वित होकर कहता हूं मैं हिंदू हूं हम सब हिंदू हैं और हिंदू हिंसक नहीं है । कांग्रेस हमेशा से सनातन विरोधी रही है राष्ट्र विरोधी रही है क्योंकि उनका उद्देश्य भारत की एकता अखंडता को कमजोर करने का है राहुल गांधी का यह बयान स्पष्ट करता है कि उनकी सनातन धर्म और राष्ट्र के प्रति कांग्रेस की मानसिकता क्या है की इस मानसिकता के लिए देश इन्हें कभी माफ नहीं करेगा। राहुल गांधी ने हिंदुओं को हिंसक बताकर अपनी हिंदू विरोधी मानसिकता को उजागर किया है ।