जयपुर,12 दिसंबर । राजस्थान के दौसा जिले में 150 फीट गहरे बोरवेल में फंसे 5 वर्षीय आर्यन को बचाने के सभी प्रयास नाकाम हो गए। उसने बोरवेल में भी बुधवार रात को दम तोड़ दिया।आर्यन पिछले 57 घंटे यानी 2 दिन से अधिक समय तक बोरवेल में ही फंसा था। उसे पाइप के जरिए ऑक्सीजन दी जा रही थी।बुधवार रात 11:45 बजे उसे बेहोशी हालत में रस्सी के सहारे बाहर निकाला गया और अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। आर्यन सोमवार 9 दिसंबर को घर के बाहर खेल रहा था, तभी 100 फीट दूर 150 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया। हादसे के समय आर्यन अपनी मां के साथ खेल रहा था।आर्यन की मां ने उसे पकडऩे की कोशिश की, लेकिन तब तक वह गड्ढे में गिर चुका था। बोरवेल परिवार का ही था, जो 3 साल पहले खोदा गया था। हालांकि, इसमें मोटर फंसने से यह चल नहीं रहा था।इसे बंद भी नहीं कराया गया था। आर्यन के गड्ढे में गिरने के 1 घंटे बाद उसे बचाने का अभियान शुरू हुआ। इस दौरान पुलिस, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के जवान जुटे रहे।48 घंटे तक कोई सफलता नहीं मिली तो, बुधवार सुबह पाइलिंग मशीन से बोरवेल के बगल में 125 फीट गहरा गड्ढा किया गया। इस दौरान मशीन खराब हो गई औऱ दूसरी मशीन आने में 3 से 4 घंटे का समय लगा।इस दौरान बचाव अभियान बाधित रहा। मशीन आने पर काम शुरू हुआ तो 150 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया, लेकिन उससे भी कोई फायदा नहीं हुआ। बच्चे पर कैमरे से नजर रखी जा रही थी।बच्चे के ऊपर मिट्टी गिर गई थी। वह भूखा-प्यासा भी था। तभी जिला कलेक्टर की अनुमति से बच्चे को हुक के जरिए ऊपर खींचा गया।बच्चे के ऊपर आते ही उसे लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया, लेकिन कुछ देर बाद ही बच्चे ने दम तोड़ दिया। ००