सतना। पत्रकारों की पिटाई और झूठे मामले में फंसाने के आरोपी टीआई के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। फिलहाल टीआई को लाइन हाजिर कर दिया गया है और मामले से जुड़े अन्य पुलिसकर्मियों को भी हटा दिया गया है। सतना के अमरपाटन कस्बे में तैनात टीआई ने दो टीवी पत्रकारों को न केवल पीटा बल्कि उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत झूठा मामला भी दर्ज किया। आरोप है कि टीआई अपने खिलाफ लगातार प्रसारित की जा रही खबरों से बौखलाया हुआ था। आईजी आशुतोष राय के आदेश पर एसपी मिथलेश शुक्ला ने आरोपी टीआई को लाइन अटैच कर दिया है।
बताया जता है कि विवाद के समय टीआई नशे में धुत थे। मेडिकल जांच के बाद टीआई के खिलाफ मारपीट का मामल दर्ज किया गया है। एसपी ने मामले की जांच एएसपी रामेश्वर यादव को सौंपी है। आरोपी टीआई को लाइन अटैच करने के बाद उसकी जगह एसपी ने कोठी टीआई एसएम उपाध्याय को अमरपाटन थाने का चार्ज दिया है। इस बीच निलंबित टीआई का कहना है कि, दोनों जर्नलिस्ट लगातार धमकियां दे रहे थे। इस बारे में अफसरों को समय-समय पर अवगत कराया गया था।
आरोप है कि सतना जिले के अमरपाटन थाने में पिछले कुछ महीने से पदस्थ टीआई विजय सिंह नेशनल हाइवे पर अपने कुछ परिचित लोगों की मदद से अवैध वसूली कर रहा था। इस खबर को दो स्थानीय टीवी पत्रकार नरेंद्र पटेल और जितेंद्र सोनी ने कवर कर प्रसारित किया था। इसके बाद नगर में सटोरियों व जुआ फड़ संचालकों से अवैध वसूली के लिए टीआई द्वारा मोबाइल में की गई बातचीत का ऑडियो इन्हीं दोनों पत्रकारों ने वाट्सएप में वायरल किया। इसी बात से बौखलाए टीआई का कहर दोनों पत्रकारों पर टूटा है।