2020 में अमेरिका ने साल के पहले ही दिन युद्ध की बात की है. ईरान के साथ अमेरिका के संबंध बिगड़ते ही जा रहे हैं. 31 दिसंबर को इराक के बगदाद में अमेरिकी दूतावास के बाहर ईरान के हजारों समर्थकों ने प्रदर्शन किया. अमेरिकी दूतावास पर पत्थर फेंके गए. जवाब अमेरिका के प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने दिया. ईरान को खुली धमकी दी और कहा कि अगर अमेरिकी दूतावास के किसी सदस्य को कुछ हुआ तो ईरान को बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी. इराक के बगदाद में अमेरिकी दूतावास के बाहर उग्र प्रदर्शन और पत्थर फेंकने से अमेरिकी राष्ट्रपति नाराज़ हो गए हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान को अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है.
ट्रंप ने ट्वीट करके कहा है कि 'इराक में अमेरिकी दूतावास अभी सुरक्षित है. हमारे लड़ाकू जवान शानदार तकनीक के साथ वहां मौजूद हैं. अगर इस दौरान अमेरिकी दूतावास के किसी भी सदस्य को चोट पहुंची तो बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी. ईरान अपनी बर्बादी के लिए खुद जिम्मेदार होगा. इसे चेतावनी नहीं, धमकी समझिए. हैप्पी न्यू ईयर'
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का गुस्सा 31 दिसंबर को इराक में अमेरिकी दूतावास के सामने प्रदर्शन और हिंसा को लेकर था. दरअसल इराक में अमेरिकी दूतावास के सामने हज़ारों समर्थक इकट्ठा हो गए. इराकी टीवी में ये विरोध प्रदर्शन दिखाया गया. किसी तरह से यूएस एम्बेस्डर और दूतावास के दूसरे सदस्यों को वहां से निकाला गया.
इराक के बगदाद में अमेरिका के ख़िलाफ ईरान के इस गुस्से की वजह अमेरिका का हवाई हमला है. दरअसल, हाल ही में अमेरिका ने ईरान समर्थित एक गुट पर हवाई हमला किया था जिसमें 25 लोगों की मौत हुई थी. और इसी के विरोध में बगदाद में ईरानी समर्थक अमेरिका के खिलाफ हल्ला बोल रहे हैं. अमेरिका और ईरान के बीच झगड़े की मुख्य वजह न्यूक्लियर डील है.
इतनी ही नहीं, 30 दिसंबर को बगदाद के पास चार कत्युशा रॉकेटों से एक अमेरिकी सैन्यअड्डे को निशाना बनाया गया. हमले में चार लोग मारे गए और 30 घायल हो गए. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, यह घटना शाम को हुई जब रॉकेटों से अल-ताजी सैन्य ठिकाने पर हमला किया गया, जो बगदाद से करीब 30 किलोमीटर दूर उत्तर में है. अमेरिकी सेना के बयान के अनुसार, अमेरिकी बलों के अनुसार, इराक और सीरिया में कटैब हिज्बुल्लाह (केएच) के पांच ठिकानों पर अमेरिकी सेना द्वारा हमला करने के कुछ ही घंटों बाद यह हमला हुआ.
सोजन्य जी न्यूज
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