मुंबई: गेटवे ऑफ इंडिया पर एक महिला प्रदर्शनकारी का वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में महिला हाथ में फ्री कश्मीर का पोस्टर लिए दिख रही है. फ्री कश्मीर का मतलब है कि कश्मीर को आजाद करो. गौरतलब है कि पांच अगस्त को भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया था. इसके साथ ही जम्मू कश्मीर का विभाजन कर इसे जम्मू कश्मीर और लद्धाख, दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया था.
इसके अलावा एक और विवादित पोस्टर सामने आया है. मुंबई के एक वकील अभिषेक भट्ट "प्राउड अर्बन नक्सल" का पोस्टर लेकर गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन कर रहे हैं. यह प्रदर्शन भी जेएनयू की घटना के विरोध में किया जा रहा है. वहीं संविधान पर चोट करते हुए भी एक विवादित पोस्टर प्रदर्शन के दौरान दिखा.
बता दें कि दिल्ली के जेएनयू में हुई हिंसा के विरोध में मुंबई में भी प्रदर्शन किया जा रहा है. यह हिंसा उस वक्त हुई जब जेएनयू की लेफ्ट की छात्र इकाई के कार्यकर्ता और जेएनयू के टीचर फीस बढ़ोतरी के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान छात्रों के बीच मारपीट हुई और देर रात तक प्रदर्शन हुआ.
गौरतलब है कि जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में रविवार (5 जनवरी) की रात को हुई हिंसा के मामले में 20 ज्यादा छात्रों के घायल होने की खबर थी. जेएनयू छात्र संघ ने दावा किया था कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने हिंसा को अंजाम दिया है. वहीं, एबीवीपी ने लेफ्ट विंग पर मारपीट करने का आरोप लगाया है. दरअसल जेएनयू परिसर में रविवार को कुछ नकाबपोश लोगों ने घुसकर छात्रों के साथ मारपीट की और तोड़फोड़ मचाई. नकाबपोश लकड़ी के डंडे और लोहे की छड़ से लैस थे.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में रविवार की शाम फिर बवाल हुआ था. कुछ नकाबपोश हमलावरों ने विश्वविद्यालय परिसर में घुसकर साबरमती छात्रावास के छात्रों को निशाना बनाया. नकाबपोश पुरुषों और चेहरा ढकी महिलाओं ने छात्रावास के कमरे में तोड़फोड़ की और छात्रों की पिटाई की. रोती हुई एक छात्रा ने हिंसा के इस दृश्य के संबंध में बताया, "मैं कमरे में थी. भगदड़ के बीच मैंने कई लड़कियों को आते देखा. मैंन सबसे अपने-अपने कमरे बंद कर लेने को कहा. मैं जब वीडियो क्लिप लेने की कोशिश कर रही थी तभी उन्होंने मेरे ऊपर पत्थर मारा."
सौजन्य ज़ी न्यूज