मुंबई: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) को लेकर महाराष्ट्र में शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार के सहयोगी दलों के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. सीएए और एनपीआर के खिलाफ सदन में प्रस्ताव लाने का विरोध करने पर समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विरुद्ध विरोध के सुर अख्तियार कर लिए हैं.
महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अबु आजमी का कहना है कि वह इस मुद्दे को लेकर एनसीपी नेता अजित पवार से बात करेंगे. आजमी का कहना है कि जब हर गैर-बीजेपी राज्य में सीएए विरोधी प्रस्ताव पास हो रहा है तो महाराष्ट्र में क्यों नहीं? उनका कहना है कि जब बिहार में बीजेपी सत्ता में हैं और वहां पर भी प्रस्ताव पास हुआ है तो अब महाराष्ट्र में क्या दिक्कत है?
गौरतलब है कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एनआरसी पर सदन में प्रस्ताव पेश किया था. उसके बाद तेजस्वी ने अचानक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की और फिर उस प्रस्ताव को सदन में चर्चा के लिए स्वीकार कर लिया गया. आनन-फानन में बिहार में एनआरसी लागू नहीं होने का प्रस्ताव भी पास करा लिया गया.
ध्यान रहे कि नीतीश और तेजस्वी के इस कदम से राजग के भीतर भाजपा जहां चारोखाने चित्त हो गई है, वहीं महागठबंधन में भी राजद के अलावा बाकी तमाम सहयोगियों की बोलती बंद हो गई है. तेजस्वी एनआरसी पर प्रस्ताव सदन से पास कराकर यह बताने में कामयाब रहे कि उन्होंने अल्पसंख्यकों की लड़ाई लड़ी. भले ही कन्हैया कुमार, पप्पू यादव, जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा सीएए-एनआरसी के खिलाफ आंदोलन चला रहे हों, लेकिन तेजस्वी ने एक झटके में महागठबंधन के बाकी दल के नेताओं से मुद्दा ही छीन लिया है.
सौजन्य ज़ी न्यूज