नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी में अपनी उपेक्षा का झेल रहे वरिष्ट कदावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. भाजपा की सदस्यता ले ली और भाजपा परिवार मे शामिल होगये |सिंधिया को शामिल करने के बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, 'आज हमारे लिए बहुत ही खुशी की बात है कि सिंधिया जी आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए. मैं सभी कार्यकर्ताओं की तरफ से उनका स्वागत करता हूं. ज्योतिरादित्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद ही कांग्रेस नाता समाप्त कर लिया था
प्रदेश की सरकार में 6 मंत्रियों समेत कुल 22 विधायकों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के तुरंत बाद ही कांग्रेस को अलविदा कह दिया था.
भाजपा ने अपने 106 विधायकों को भोपाल से हरियाणा के मानेसर भेज दिया है. सिंधिया समर्थक 19 विधायकों को भी बेंगलुरु में है कांग्रेस ने भी अपने बचे हुए सभी विधायकों को मध्य प्रदेश से बाहर जयपुर भेज दिया है.
जब विधान सभा में फ्लोर टेस्ट होगा तब दोनों ही पार्टी अपने विधायको भोपाल लायागी . आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में 26 मार्च को तीन राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं.
भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा की रिक्त 55 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए नौ उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. भाजपा की पहली सूची में मध्य प्रदेश से कांग्रेस छोड़कर आए ज्योतिरादित्य सिंधिया और बिहार से सीपी ठाकुर के बेटे विवेक ठाकुर को टिकट दिया गया है.
राष्ट्रीय महासचिव और मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मंगलवार को चुनाव समिति की बैठक में उम्मीदवारों के नाम पर निर्णय लिए जाने की जानकारी दी है. भाजपा ने असम से भुवनेश्वर कालीता, गुजरात से अभय भारद्वाज और रमीलाबेन बारा, झारखंड से दीपक प्रकाश, मणिपुर से लिएसेंबा महाराजा को टिकट दिया है. महाराष्ट्र से श्रीमंत उदयना राजे भोंसले और राजस्थान से राजेंद्र गहलोत भाजपा के उम्मीदवार होंगे.
भाजपा ने महाराष्ट्र और असम की एक-एक सीटें अपनी सहयोगी दलों के लिए छोड़ी है. महाराष्ट्र की एक सीट से भाजपा के गठबंधन सहयोगी आरपीआई (ए) के रामदास अठावले और असम से बीपीएफ के बुस्वजीत डाइमरी उम्मीदवार होंगे. विज्ञप्ति के अनुसार मंगलवार को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई, जिसमें उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा के बाद नौ उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगाई गई.
बताया जा रहा है कि चुनाव समिति की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और अन्य नेता भी मौजूद थे.