नेपाल के पुर्व प्रधानमंत्री के.पी.शर्मा ओली के दस मई को विश्वाुसमत हारने के बाद नेपाल में संवैधानिक संकट उत्प्न्न. हो गया था। वे निचले सदन हाऊस ऑफ रिप्रेंसेंटेटिव में बहुमत हासिल करने में विफल रहे और सदन में विपक्ष के नेता श्री देउबा के दावा पेश करने से पहले ही उन्होंहने 22 मई को संसद भंग कर दोबारा चुनाव करने पर जोर दिया।
न्याोयालय के कल के आदेश ने इस निर्णय को पलट दिया और संसद को बहाल कर दिया है। नेपाल के सर्वोच्चद न्या्यालय के एक अधिकारी देबेन्द्र धाकल ने कल बताया कि न्यालयालय ने सात दिन के भीतर संसद बहाल कर शेर बहादुर देउबा को दो दिन के भीतर नया प्रधानमंत्री नियुक्तर करने का आदेश भी दिया गया है।