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राजनीति

जब भी जवाबदारी निभाने का समय आता है ,शिवराज जि़म्मेदारी निभाने की बजाय भागकर इवेंट- नाटक- नौटंकी में लग जाते है - पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ

भोपाल- 24 मई: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के भोपाल की सड़कों पर ठेला लेकर आंगनवाड़ी के बच्चों के लिये खिलौने व अन्य सामग्री एकत्रित करने के लिये निकलने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को जो करना है , वह तो वह करते नहीं लेकिन जब भी कुछ करने का समय होता है , जवाबदारी निभाने का समय होता है तो जवाबदारी निभाने की बजाय जिम्मेदारी से भाग कर इवेंट-नाटक-नौटंकी में लग जाते हैं।पहले भी हम देख चुके कि जब मंदसौर में किसानों के सीने पर गोलियां चली थी तो किसानों को न्याय दिलाने की बजाय , उनके आंसू पोछने की बजाय भोपाल में उपवास पर बैठ गए थे।कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा जब प्रदेशवासी कोरोना से जूझ रहे थे तो उन्हें स्वास्थ्य सुविधा दिलाने की बजाय , भोपाल के मिंटो हाल में गांधी प्रतिमा के समक्ष स्वास्थ्य आग्रह पर बैठ गए थे , रथ पर बैठकर सड़कों पर गोले बनाने निकल पड़े थे , लोगों को मास्क पहनाने निकल गये थे।इसके पूर्व भी प्रदेश में कोयला संकट ,बिजली संकट के समय भी उनके सत्याग्रह , धरने भी हम देख ही चुके है।पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आज जब प्रदेश में कुपोषण निरंतर बढ़ता जा रहा है , मध्यप्रदेश कुपोषण के मामले में देश में शीर्ष पर पहुँच चुका है , आज आवश्यकता है कि बच्चों को ठीक पोषण आहार मिले , वो सुपोषित हो ,आंगनवाड़ी के बच्चों को सभी सुविधाएँ मिले , इसको लेकर ठीक कार्ययोजना बने , इसके नाम पर चली आ रही योजनाओं में जो वर्षों से भ्रष्टाचार व घोटाले हो रहे है , उस पर रोक लगे लेकिन हमारे शिवराज एक बार फिर जि़म्मेदारी निभाने की बजाय , इससे भागकर अब ठेला लेकर सड़कों पर निकल पड़े है।अब वो जनता से सहयोग माँग रहे है , पुराने खिलोने व सामग्री एकत्रित कर रहे है..?बड़ा ही शर्मनाक है कि इस कार्यक्रम को भी इवेंट बनाकर , इसके प्रचार-प्रसार पर ही करोडों खर्च किये जा रहे है।जबकि इस राशि से कई आंगनवाडियो की दशा सुधारी जा सकती थी।कांग्रेस,प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि ख़ुद शिवराज सरकार ने हाल ही में विधानसभा में स्वीकारा है कि मध्य प्रदेश में अभी भी 10 लाख 32 हज़ार 166 बच्चे कुपोषित हैं और इसमें से 6 लाख 30 हज़ार 90 बच्चे अति कुपोषित श्रेणी में है।मध्यप्रदेश में अभी भी 5 साल से कम उम्र के 42त्न बच्चे कुपोषित हैं।जनगणना निदेशालय की सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक मध्यप्रदेश में आज भी 1000 में से 33 बच्चे जन्म के 28 दिन बाद ही दम तोड़ देते हैं।यह स्थिति 17 वर्षों की भाजपा सरकार की है..वही क्राई की हाल ही में सामने आयी रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि प्रदेश में प्रतिदिन 29 बच्चे लापता हुए है और वर्ष 2021 में इसमें 26त्न की बढ़ोतरी हुई है।इस भयावह व गंभीर स्थिति के बाद तो आवश्यकता है कि इसकी रोकथाम के लिये ठोस कार्य हो , ठोस कार्ययोजना बने , हम भी चाहते है कि आंगनवाड़ी की स्थितियाँ सुधरे , कुपोषण दूर हो , बच्चे स्वस्थ रहे , सुरक्षित रहे लेकिन हमारे मुख्यमंत्री तो ठेला चलाकर कुपोषण को दूर करने व स्थितियाँ सुधारने निकल पड़े हैज्?जिस तरह से उन्होंने सड़कों पर घूमकर कोरोना को हराया था।जब आप 17 वर्षों की सरकार में स्थितियाँ नही सुधार पाये तो इस एक दिन के ठेला इवेंट से स्थितियाँ कैसे सुधरेगी , यह भी आपको प्रदेश की जनता को बताना चाहिये।क्या इससे बच्चे सुपोषित हो जाएँगे..? शिशु मृत्यु दर के आँकड़े कम हो जाएँगे..?क्या आंगनवाडियो की अव्यवस्था दूर हो जाएगी..?कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि तो क्या सरकारी खजाने से आंगनवाड़ी के बच्चों की मदद नहीं की जा सकती है , उन्हें खिलौने नहीं दिये जा सकते है , सामग्री नहीं दी जा सकती है ,क्या सरकार उसके लिये सक्षम नहीं है..?नाथ ने सबाल किया क्या प्रदेश का खजाना सिर्फ इवेंट-आयोजन-अभियान व खुद के प्रचार-प्रसार पर लुटाने के लिए है , करोड़ों के चुनावी आयोजनों के लिये है..? प्रदेश के भांजे- भाँजियों का इस पर कोई हक़ नहीं है..?पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवराज को प्रदेश की कुपोषण की वर्तमान स्थिति ,शिशु मृत्यु दर , लापता बच्चों के आँकड़े , आंगनवाड़ी की वर्तमान वास्तविक स्थिति की जानकारी भी उन सभी लोगों को बताना चाहिये , जिनके समर्थन का वो दावा कर रहे है।शिवराज सरकार तो पहले ही प्रदेश को कज़ऱ् के दलदल में धकेल ही चुकी है , प्रदेश में कज़ऱ् का आँकड़ा बढ़ता ही जा रहा है , प्रदेश पर कऱीब 3 लाख करोड़ का कज़ऱ् हो चुका है..क्या यह जवाबदारी भी अब जनता की है कि सरकार की नही..?जनता व कई सामाजिक संगठन तो हमेशा से ही बच्चों की मदद के लिये आगे रहते है लेकिन सरकार की भी तो कुछ जवाबदारी होना चाहिये..?इस हिसाब से तो ऐसी नाकारा सरकार को तो पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है , ऐसी सरकार को और मुख्यमंत्री को तो खुद हट जाना चाहिए।पता नहीं यह सरकार कब इवेंट , आयोजनों , नाटक- नौटंकियों से बाहर निकलेगी , कब अपनी जि़म्मेदारियों का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करेगी..?-(भोपाल) मेंटेनेंस के लिये बिजली शट-डाउन की जानकारी व्हाट्सएप ग्रुप में डालें

24 May, 2022

बुधनी में आयोजित होली मिलन समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जमकर थिरकते हुए ढोल बजाया
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जबलपुर संभाग के कई कांग्रेस पदाधिकारियों ने भी भाजपा की सदस्यता ली
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जाके प्रिय न राम वैदेही। ताको वोट कदापि न देही।
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सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ के विवाद में जेल भी जाना पड़ा था।
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कांग्रेस की सांगली सीट से भी उद्धव की शिवसेना ने अपना उम्मीदवार उतार