अजमेर ,27 मई : काशी के ज्ञानवापी और मथुरा में ईदगाह मस्जिद के बाद दिल्ली की कुतुब मीनर के पूरे देश भर में मुगल कालीन इमारतों और मस्जिदों के सर्वे की मांग धीरे-धीरे उठने लगी है। इसी कड़ी में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में मंदिर होने का दावा किया गया है। इतना ही नहीं, हिंदू संगठन ने मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण से सर्वे करवाने की मांग भी की है।
अजमेर शरीफ दरगाह में मिले हिंदू चिन्ह अजमेर शरीफ की दरगाह में मंदिर होने का यह दावा महाराणा प्रताप सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यवर्धन सिंह ने किया है। राज्यवर्धन सिंह ने 25 मई को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस संबंध में एक पत्र भी लिखा है। पत्र में उन्होंने ऐसा दावा किया है कि अजमेर शरीफ की दरगाह हमारा प्राचीन हिंदू मंदिर है। वहां की दीवारों एवं खिड़कियों में स्वास्तिक के चिन्ह मिले हैं एवं अन्य हिंदू धर्म से संबंधित चिन्ह प्राप्त हुए हैं।
सर्वे कराने की उठाई मांग राज्यवर्धन सिंह ने मांग की है कि पुरातत्व विभाग से अजमेर शरीफ की दरगाह का सर्वे करवाया जाए। इस विवाद को देखते हुए पुलिस और खुफिया विभाग ने दरगाह और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी है। वहीं, दूसरी तरफ राज्यवर्धन सिंह परमार के दावे को दरगाह की अंजुमन कमेटी ने सिरे से खारिज किया है। खादिमों की संस्था अंजुमन कमेटी के अध्यक्ष और सचिव ने मीडिया के सामने आकर दिए बयान में इस दावे को झूठा बताया।
वाहिद हुसैन ने कहा कि अशांति फैलाने की हो रही कोशिश कहा कि इस जगह पर कभी ऐसा कुछ नहीं रहा। अंजुमन अध्यक्ष मोईन सरकार ने कहा कि गरीब नवाज की दरगाह धर्म और जात के बंधन से परे हटकर सर्वधर्म सद्भाव की प्रतीक है। यहां मुसलमानों से ज्यादा हिंदू अपनी मुरादें लेकर जियारत के लिए आते हैं। इस तरह के बयान जारी कर आस्था पर ठेस पहुंचाई जा रही है। अंजुमन सचिव वाहिद हुसैन अंगारा ने कहा कि ऐसे झूठे दावे कर गंगा-जमुनी संस्कृति को बिगाडऩे और अशांति फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।
अजमेर शरीफ की बढ़ाई गई सुरक्षा अजमेर शरीफ की दरगाह में प्राचीन मंदिर होने का हिंदू संगठन द्वारा दावा किए जाने के बाद अजमेर जिला प्रशासन अलर्ट पर है। दरगाह की सुरक्षा काफी बढ़ा दी गई है और आला अधिकारी भी दरगाह का दौरा कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अजमेर शरीफ दरगाह के आसपास बड़ी संख्या में पुलिसबल को तैनात किया गया है। गुरुवार को अजमेर की एसडीएम सिटी भावना गर्ग ने भी दरगाह का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।