लखनऊ ,29 मई ;उत्तर प्रदेश में लोकसभा की दो सीटों पर 23 जून को उपचुनाव होना है। लोकसभा उपचुनाव को देखते हुए बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष व यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने बड़ा फैसला लिया है। मायावती ने कहा कि आजमगढ़ लोकसभा सीट पर बीएसपी अपने पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी। कहा कि आजमगढ़ सीट पर पार्टी अपना प्रत्याशी भी काफी पहले घोषित कर चुकी है। हालांकि, मायावती ने रामपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव लडऩे से साफ इनकार कर दिया।
दरअसल, यह बात मायावती ने बीएसपी यूपी यूनिट का दो-दिवसीय जिला व मण्डल स्तरीय समीक्षा बैठक के रविवार 29 मई को प्रेस रिलीज जारी करते हुए कही। मायावती ने कहा कि बसपा सीमित संसाधनों वाली पार्टी है, जिसका मुकाबला बड़े-बड़े पूंजीपतियों और धन्नासेठों के धनबल पर चलने वाली विरोधी पार्टियों के साम, दाम, दंड, भेद आदि हथकंडों से लगातार होता रहता है। इसलिए पार्टी और इसके जनाधार को नुमाइशी व शाहखर्ची वाली बैठकों से दूर रहकर छोटी-छोटी कैडर बैठकों के बलबूते मजबूत बनाना होगा। इस दौरान कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव आमचुनाव के नतीजे लोगों के भरपूर लगन व मेहनत के बावजूद आपेक्षित रिजल्ट का नहीं आना किसी दुर्घना से कम नहीं। किन्तु राजनीति व मिशन इसी उतार-चढ़ाव का ही नाम है। इसको समझ कर बी आगे बढ़ते रहना है तथा बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर के जीवन मिशन की तरह हिम्मत कतई नहीं हारनी है। कोई राजनीतिक घटनाक्रम पार्टी में दोबारा जान फूंक देगा, जिसके लिए सतत प्रयास जारी है।
कहा कि बीएसपी ही सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की सच्ची पार्टी है। इसके लिए हर प्रकार की कुर्बानी भी देने को तैयार रहती है। इस दौरान मायावती ने कहा कि यूपी में पहले कांग्रेस पार्टी को जड़ से उखाडऩे औऱ अब भाजपा की जड़ को हिलाने की भी शक्ति इसके (बीएसपी) के अंदर मौजूद है। अगर मुस्लिम समाज का वोट समाजवादी पार्टी की बजाय बीएसपी को मिल गया होता तो निश्चत ही यूपी का राजनीतिक नक्शा इस वक्त कुछ औऱ ही होता।