नई दिल्ली, 6 जुलाई । दिल्ली में कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए तीन बार के विधायक रह चुके तरविन्दर सिंह मारवाह भाजपा में शामिल हो गए। तरविन्दर सिंह मारवाह को भाजपा नेता विनोद तावड़े ने पार्टी की सदस्यता दिलवाई और कहा कि कांग्रेस से लगातार तीन बार विधायक रह चुके और दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के सदस्य भी रह चुके तरविन्दर सिंह मारवाह को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की ओर से भारतीय जनता पार्टी परिवार में स्वागत करता हूं।तरविन्दर सिंह मारवाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, जगत प्रकाश नडडा और विनोद तावड़े का आभारी हूं जिन्होंने मुझ पर विश्वास करके जनता की सेवा करने के लिए मुझे मौका दिया । तरविन्दर सिंह मारवाह ने ने कहा कि विश्वास दिलाता हूं जबतक प्राण है तबतक भाजपा की सेवा करूंगा। पिछले चुनाव में अमित शाह ने कहा कि भाजपा के टिकट से चुनाव लड लो, उस पार्टी से निष्ठा दिखाते हुए भाजपा के टिकट से चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन आज बहुत दुख हो रहा है कि अपना सारा जीवन कांग्रेस पार्टी के लिए दिया, किन्तु इस पार्टी में कदर नहीं है। इस पार्टी में ऐसे ऐसे लोग शामिल हो गया है जो चपरासी के लायक नहीं थे। अभी एक प्रवक्ता बनाया है जिसे इंचार्ज बना दिया। कांग्रेस में किस को क्या दिया जा रहा है यह समझ नहीं आ रहा है क्योंकि जो मुख्यमत्री का पीए हुआ करता था उसे पार्टी के लिए उसका क्या कुर्बानी है मुझे समझ में नहीं आता है।कांग्रेस में बंटवारा चल रहा है। बंटवारा कैसे चल रहा है। अभी राज्यसभा देखा कि दो कोटे एक जयराम रमेश और दूसरा अल्पसंख्यक सेल के नेता को महाराष्ट से राज्यसभा भेजे हैं क्योंकि वो प्रियंका वाडा का आदमी है। दूसरा किसका आदमी है सोनिया गांधी की। दो और चुने गए हैं वो राहुल गांधी का आदमी है। इसमें हरियाणा से रणदीप सिंह सूरजेवाला हैं। जो लोग चुनाव हार रहे हैं उसे कांग्रेस पार्टी में महत्व दे रहे हैं। गुलाम नबी आजाद से भी कहूंगा कि कांग्रेस में कुछ नहीं मिलने वाले हैं। राहुल गांधी अपने आदमी को एआईसीसी के सदस्य बना रहे है। गुलाम नबी आजादी ने आगरा में 40 में से 40 सीटे दिलायी। उन्होंने भी भाजपा में शिमल होने के लिए कहूंगा। देश आजाद होने के बाद ऐसा प्रधानमंत्री नहीं देखा जो आजतक छूटटी नहीं ली। विकास की रफतार देखे। यूपी, हरियाणा, उत्तरखंड में दोबार आ गए।हमारा राजा आता है और हेलीकाप्टर उतरता है तो चार मिनट में स्टेज पर पहुंच जाता है। पीसीसी अध्यक्ष बोल रहे है तो उन्हें कहा जाता है जल्दी बोलो राजा साहेब को जाना है।महारानी है एक वर्कर से नहीं मिला। पिछले तीन साल हो गए है। समय मांगने पर भी नहीं मिले।अमित शाह से समय मांगने पर मिल जाता है और आधा घंटे का बात करते है।जयराम को प्रवक्ता बना दिया और बाद में पता चलता है पवन खेड़ा को बना दिया।ऐसा राजा कि शीशा खोलकर बाय बाय तक नहीं करते है।