भोपाल 10 सितंबर :. पशुओं में फैल रही लंपी स्किन बीमारी से प्रदेश में पशुओं की मृत्यु ना हो। यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएँ। बीमारी प्रभावित जिलों से लगे जिलों में अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है। साथ ही अन्य राज्यों से आ रहे पशुओं पर भी प्रतिबंध लगाया जाए। लंपी बीमारी से बचाव के लिए अधिक से अधिक पशुओं में आवश्यक टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा | मुख्यमंत्री लंपी स्किन बीमारी की प्रदेश में स्थिति की निवास कार्यालय में हुई बैठक में समीक्षा कर रहे थे।
पशुओं में लंपी वायरस के लक्षण दिखते ही कंट्रोल रूम में संपर्क करें।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार चौहान ने कहा कि इस बीमारी पर नियंत्रण के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। मवेशियों में वायरस के लक्षण दिखने पर तुरंत ही पशु चिकित्सालय व राज्य पशु रोग अन्वेषण प्रयोगशाला भोपाल में स्थापित कंट्रोल रूम के फ़ोन नंबर 0755-2767583 पर संपर्क कर सकते हैं।
लंपी स्किन बीमारी गौ वंशीय और भैंस वंशीय पशुओं में वायरस से होती है। तेज बुखार आना, भूख न लगना, त्वचा पर गठाने और मुंह में छाले आना इसके प्रमुख लक्षण है। यह बीमारी पशुओं से मनुष्यों में नहीं फैलती है।