भोपाल 12 जून ; राजधानी में सतपुड़ा भवन के स्वास्थ संचालनालय कार्यालय में भीषण आग लग गई। आग में दस्तावेज जलकर खाक हो गए। भीषण आग के बाद सतपुड़ा भवन को खाली करा लिया गया है। आग की वजह से आसपास दो किलोमीटर के दायरे में धुआं ही धुआं नजर आ रहा था। कलेक्टर आशीष सिंह के साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे। आग से तीसरी और चौथी मंजिल पूरी तरह जल गई। जबकि पांचवीं और छठवीं मंजिल भी आग की चपेट में आ गई।आदिम जाति क्षेत्रीय विकास परियोजना के कार्यालय में आग शुरू हुई। प्रारंभिक तौर पर कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने आग बुझाने के प्रयास किए, लेकिन नाकाफी साबित हुए। इसके बाद भवन की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने दमकल को सूचना दी। आनन-फानन में आधा दर्जन दमकलों के साथ नगर निगम और पुलिस का अमला पहुंचा। तीसरी मंजिल पर आग लगी होने के कारण बुझाने में परेशानी आई। आग लगने के बाद पूरा सतपुड़ा भवन खाली करा लिया गया। हजारों की संख्या में कर्मचारी भवन के बाहर जमा हुए। सतपुड़ा भवन की तीसरी मंजिल पर ही स्वास्य्व विभाग के एकाधिक कार्यालय संचालित होते हैं। बताया जाता है कि, आग शाम करीब 4 बजे लगी है। वहीं, आग लगने के कारण कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक होने की खबर सामने आ रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर सतपुड़ा भवन की तीसरी मंजिल पर स्थित जनजातीय विकास योजनाएँ संचालनालय में आज दोपहर 3 बजे लगी आग की जाँच के लिये उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री द्वारा सतत मॉनीटरिंग भी की जा रही है। अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार ने बताया कि आग प्रथम दृष्टया शार्ट सर्किट से शुरू हुई, आग की वजह से ए.सी. का कम्प्रेशर भी फट गया और आग फैलती चली गई।
प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी मौके पर मौजूद रह कर आग पर काबू पाने की कार्यवाही में जुटे हैं। सतपुड़ा भवन में लगी आग को बुझाने के लिये मंत्रालय फायर स्टेशन के 5, नगर निगम के 4, सीआईएसएफ (बीएचईएल) के 2 दमकल वाहनों के अतिरिक्त मण्डीदीप, रायसेन के 7 एवं वर्धमान इण्डस्ट्री का एक दमकल वाहन भी निरंतर कार्य कर रहा है। ऑर्मी के 2 फायर फायटर और 8 से 10 वाटर बाउजर भी आग बुझाने में लगे हैं।