गांधीनगर, 12 जनवरी : केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गांधीनगर में कहा कि पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखकर सेमीकंडक्टर सहित कंपनियों को ग्रीन एनर्जी उपलब्ध कराने के लिये 30 हजार मेगावाट क्षमता वाला विश्व का सबसे बड़ा ग्रीन एनर्जी प्लांट गुजरात में बनाया जा रहा है।
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के 10वें संस्करण के दूसरे दिन सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स सेमिनार में राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और वैष्णव सहित इस क्षेत्र के विशेषज्ञों ने परिणामोन्मुखी, विचारशील विचार-मंथन सत्र प्रस्तुत किये।
वैष्णव ने इस सेमिनार में कहा कि अमृतकाल के प्रथम वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के दौरान गुजरात सरकार ने जिस प्रकार के एमओयू और एग्रीमेंट किये हैं, उन्हें देख कर पूर्ण रूप से कहा जा सकता है कि गुजरात ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत @ 2047 के दृष्टिकोण को साकार करने के लिये एक मजबूत नींव रखी है। पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखकर सेमीकंडक्टर सहित कंपनियों को ग्रीन एनर्जी उपलब्ध कराने के लिए 30 हजार मेगावाट क्षमता वाला विश्व का सबसे बड़ा ग्रीन एनर्जी प्लांट गुजरात में बनाया जा रहा है।