अमरीकी तकनीकी कंपनी एप्पल ने अमेज़न डॉट कॉम पर नकली सामान बेचे जाने का आरोप लगाया है.
अमेज़न पर यह आरोप 'फुलफिलमेंट योजना' के अतंर्गत बेचे जा रहे उत्पादों की गड़बड़ियों की वजह से लगाया गया है. इस विशाल खुदरा साइट पर तीसरी पार्टी अपने सामानों की सूची डालती है जिसे उनके गोदामों से आम खरीदारों तक पहुंचाया जाता है. सामान बनाने वाली कंपनियां इस पद्धति पर भरोसा भी करती हैं.
पिछले दिनों एप्पल के फोन, चार्जर और कई चीजों में आई गड़बड़ी के बाद कंपनी ने चेतावनी देते हुए कहा है, "सामानों के साथ इस तरह की छेड़छाड़ आने वाले भविष्य के लिए खतरा है." लेकिन एप्पल ने अमेज़न पर मुकदमा चलाने के बजाए उसके एक वेंडर पर मुकदमा किया है.
न्यूयॉर्क की मोबाइल स्टार एलएलसी, जिन पर यह आरोप लगाया गया, उन्होंने अपनी सफाई में कुछ नहीं कहा और न ही कोई कानूनी दस्तावेज दाखिल किए हैं. अमेज़न ने कहा है कि वो इस मामले को गंभीरता से ले रहा है.
अमेज़न की प्रवक्ता ने बताया, "अमेज़न अपनी साइट पर इस तरह की जालसाज़ी बर्दाश्त नहीं करेगा. जालसाज़ी पर हमारी नीति ज़ीरो टॉलरेंस की है." हम लोग सामान के निर्माताओं और ब्रांड से बहुत नज़दीक से जुड़े हैं और इस गलतफ़हमी को जल्दी से जल्दी निपटा लेंगे.
एप्पल प्रवक्ता ने बताया कि मामला तब सामने आया जब 100 आई फोन, उनकी चार्जर केबल, पावर एडेप्टर जो ग्राहकों तक पहुंचाया गया उनमें 90 फ़ीसदी नकली थे.
कमियों की वजह से फोन चार्ज किए जाने के दौरान गर्म हो जाता है, उसमें आग लग सकती है जिसे साधारण उपयोग करने पर भी ग्राहकों को तेज करंट तक लग सकता है. उन्होंने आगे कहा, "यह ग्राहकों के साथ सबसे बड़ा धोखा है क्योंकि अमरीकी लोगों को अमेज़न पर विश्वास है."
एक ब्लॉगर ने भी पहले अमेज़न की धोखाधड़ी की समस्या पर आवाज़ उठाई थी और एप्पल को सलाह दी थी कि ऐसे मामले को अधिक सजगता से देखना चाहिए.
बीबीसी