मुंबई: पहली बार टीम इंडिया की कमान संभालने के बाद लगातार दो सीरीज में जीत दिलाने वाले कप्तान रोहित शर्मा का आत्मविश्वास इन दिनों सातवें आसमान पर है। श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में तीसरा दोहरा शतक और टी-20 में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड अपने नाम कर ये बात उन्होंने एक बार फिर साबित कर दी है कि वो इन दिनों करियर से सर्वश्रेष्ठ दौर से गुजर रहे हैं।
श्रीलंका को घर पर तीनों फॉर्मेट में मात देने के बाद रोहित और टीम इंडिया दोनों ही 30 दिसंबर से शुरू हो रहे दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए पूरी तरह तैयार हैं। रोहित ने एक श्रीलंका का टी-20 में 3-0 से सूपड़ा साफ करने के बाद एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में दक्षिण अफ्रीकी दौरे के लिए टीम इंडिया की तैयारियों और योजनाओं के बारे में खुलासा किया।
रोहित से जब ये पूछा गया कि दक्षिण अफ्रीकी दौरे को वो किस तरह देखते हैं तो उन्होंने कहा, दक्षिण अफ्रीका दौरा हमारे लिए एक बहुत बड़ा चैलेंज होगा। हमारी टीम पिछले कुछ सालों से ऐसी क्रिकेट खेल रही है उससे हमारी कोशिश रहेगी कि इस बार सीरीज जीतकर लौटें। हमने ड्रेसिंग रूम में इस बारे में अभी से बात करनी शुरू कर दी है कि इस बार सीरीज जीतकर ही लौटना है।
उन्होंने आगे कहा कि इस बार अफ्रीका दौरे पर हम सीरीज ड्रा करने या और कुछ करने नहीं जा रहे थे। हमें वहां सीरीज जीतने जाना है। ऐसा सोचकर जाओगे तभी सीरीज जीत पाओगे।
रोहित ने अफ्रीका दौरे के बारे में आगे कहा, अगर आप ये सोचकर जा रहे हो कि एक टेस्ट जीतकर दो टेस्ट ड्रॉ कराने की कोशिश करेंगे। तो ऐसा नहीं होगा। क्योंकि पिछली बार जब हम वहां थे तो हमारे पास सीरीज जीत का अच्छा मौका था लेकिन कभी-कभी कुछ चीजें काम नहीं करती हैं ऐसे में तो पहला टेस्ट ड्ऱॉ हो गया। दूसरे टेस्ट में भी हम अच्छी स्थिति में थे लेकिन हमने उसे खराब बना दिया और मैच हार गए थे।
टीम इंडिया की गेंदबाजी को मजबूत बताते हुए रोहित ने कहा, हमारी टीम के पास टेस्ट में विपक्षी टीम के 20 विकेट लेने की क्षमता है। आज की तारीख में हमारी टीम ऐसा कर सकती है क्योंकि हमारे पास टीम में दुनिया के नंबर वन स्पिनर्स हैं और हमारे तेज गेंदबाज काफी मैच्योर हैं।
उन्होंने आगे बताया कि तीन साल पहले दक्षिण अफ्रीका गए थे वो अब वैसे नहीं हैं। गेंदबाज अब खुद जाकर कप्तान से बात करते हैं कि भाई मुझे इस बल्लेबाज को इस पोजीशन पर यहां आउट करना है। टीम इंडिया के हिटमैन ने आगे कहा कि मैंने ऐसा पहले कभी नहीं देखा कि गेंदबाज फील्ड लगाए। पहले कप्तान गेंदबाज के लिए फील्ड लगाता था। अब गेंदबाज कप्तान को बताते हैं कि मुझे ये फील्ड चाहिए। मुझे ये फील्ड लगाकर दो मैं बैट्समैन को वहां पर आउट करूंगा। मैंने देखा है कि नब्बे प्रतिशत समय गेंदबाजों ने ऐसा प्लान किया है। हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ हमने ऐसा किया और 90 प्रतिशत मौकों पर हम अपनी प्लानिंग में सफल रहे।
सौजन्य : टाइम्स नाउ डिजिटल
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