मुंबई,13 जुलाई ; महाराष्ट्र में आसमानी आफत कहर बनकर टूटी है. बारिश के आगे हर कोई बेबस और लाचार नजर आ रहा है. महाराष्ट्र में बाढ़ की वजह से अब तक 84 लोगों की मौत हो गई है. इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने महाराष्ट्र के 6 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है. नासिक और नागपुर में सबसे ज्यादा बर्बादी और तबाही देखने को मिल रही है. नदियां उफान पर हैं. नदी किनारे बन घर और मंदिर सबकुछ डूब गए हैं तो वहीं नागपुर में सैलाब में एक कार डूब गई.
गढ़चिरौली और अकोला में भी बाढ़ कहर बरपाने लगी हैं. लोगों के घर-बार भी पानी-पानी हो चुके हैं. गढ़चिरौली में बाढ़ के हालात पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की नजर बनी हुई है और उन्होंने लोगों को हर संभव मदद का भरोसा दिया है. दूसरी तरफ अकोला में भी नदियों के उफान की वजह से तटीय इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए हैं. बाढ़ की वजह से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. वहीं मौसम विभाग ने पालघर, नासिक, रायगड, पुणे, सतारा और कोल्हापुर में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया है. ऐसे में महाराष्ट्र के इन जिलों में बारिश कहर परपा सकती है.
फिलहाल प्रशासन को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है. पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश के कारण नासिक शहर में मंगलवार को स्कूल और कॉलेज बंद रहे. लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया. नासिक शहर में मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 24 घंटे में 97.4 मिमी बारिश हुई. बहरहाल, बाद में बारिश कुछ देर रुक गई, जिससे लोगों को राहत मिली. इससे पहले जिले के सप्तश्रृंगी मंदिर के पास सोमवार को बहुत तेज बारिश हुई. पानी भर जाने के कारण मंदिर की सीढिय़ों पर छह श्रद्धालुओं को मामूली चोटें आईं.