इंदौर,20 जून : लोकायुक्त पुलिस इंदौर द्वारा 50 हजार रुपए रिश्वत लेते पकड़े जाने के तत्काल बाद लोकायुक्त छापे मेंकरोड़ों की अनुपातहीन संपत्ति मालिक निकले राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं इंदौर के कार्यपालन यंत्री राकेश कुमार सिंघल को जिला कोर्ट ने सोमवार को जेल भेज दिया। आरोपी ने इंदौर उज्जैन में स्वास्थ्य विभाग के सामुदायिक भवनों में नलकूप खनन करने वाली कंपनीके ठेकेदार से भुगतान के बदले 12 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी।
ठेकेदार के पास नकद नकद 50 हजार रुपये की रिश्वत ही थे। इसलिए आरोपी सिंघल ने फरीयदी से साढ़े 11 लाख रुपए के चेके लिए थे। रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी के भोपाल स्थित निवास पर छापा मारकर करोड़ों रुपए की बेनामी संपतित पकड़ी थी।
लोकायुक्त डीएसपी आनंदकुमार यादव ने सोमवार को विशेष न्यायालय में आरोपी के खिलाफ रिश्वत कांड का चालान पेश किया गया। आरोपी की जमानत अर्जी पर लोकायुक्त पुलिस ने विशेष लोक अभियोजक आशीषकुमार खरे के आरेापी को जमानत देने का कड़ा विरोध किया। आरोपी के वकीलने दस्तावेज पेश कर तर्क रखे कि फरियादी ठेकेदार ने सिर्फ चार लाख रुपए ही बकाया थे तो उसेस आरोपी 12 लाख रुपए की रिश्वत कैसे ले सकता है।
कोर्ट ने दोनों पक्ष सुनने के बाद विशेष लोक अभियोजक खरे के तर्कों से सहमत होकर और जांच अधिकारी डीएसपी आंनद यादव द्वारा चालान प्रस्तुत साक्ष्य को देखते हुए आरोपी सिंघ की जमानत अर्जी खारिज करते हुए जेल वारंट काट दिया। लोकायुक्त पुलिस इंदौर ने आरोपी सिंघल को आठ नवम्बर 2021 को रिश्वत लेते पकड़ा था। आरोपी का कार्यकाल पालिका प्लाजा में है।