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सावन का दूसरा सोमवार पर उज्जैन से काशी तक शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा दूसरे सोमवार को लेकर भक्तों में उत्है।

नई दिल्ली 29 जुलाई :आज श्रावण मास का दूसरा सोमवार है। देशभर में सुबह से ही शिव मंदिरों में भक्तों की कतारें लगी हुई हैं। श्रद्धालु, भगवान शिव को जल चढ़ा रहे हैं। शिवालयों में बम भोले का उद्घोष सुनाई दे रहा है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सावन के दूसरे सोमवार को लेकर भक्तों में उत्साह दिखाई दे रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा का विशेष आरती श्रृंगार किया गया। इसके बाद मंगला आरती की गई। वहीं, मंडल आयुक्त कौशल राज शर्मा ने भक्तों पर पुष्प वर्षा की। बता दें कि भक्तों को बाबा आज गौरी शंकर के रूप में दर्शन दे रहे हैं। रामनगरी अयोध्या में शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लग गया। सुबह से ही श्रद्धालु सिद्ध पीठ नागेश्वर नाथ मंदिर में पहुंचकर भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर उन्हें जल अर्पित कर रहे हैं। मंदिर के कपाट सुबह 3 बजे ही खोल दिए गए थे। उधर, झारखंड के देवघर में भी सावन के दूसरे सोमवार का उत्साह शिव भक्तों में देखा जा सकता है। भगवान शिव को जल अर्पित करने के लिए मंदिरों के बाहर लोगों की कतारें लगी हुई हैं। श्रद्धालु बोल-बम और हर हर महादेव के नारे लगा रहे हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि आज करीब दो लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ के दर्शन के लिए पहुंच सकते हैं। देवघर के जिलाधिकारी विशाल सागर ने बताया कि सोमवार तड़के 4 बजे से जलाभिषेक हो रहा है। श्रद्धालु की भीड़ को देखते हुए देवघर में मंदिरों के बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बैद्यनाथ धाम में करीब चार किलोमीटर दूर भक्तों की लंबी कतार लगी हुई है। वहीं, मध्य प्रदेश के उज्जैन में बाबा महाकालेश्वर मंदिर में भी देर रात से ही श्रद्धालु जुटने शुरू हो गए थे। सावन के दूसरे सोमवार पर तड़के 2:30 बजे मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए। भारी तादाद में श्रद्धालु भस्म आरती में शामिल हुए। बता दें कि सोमवार शाम 4 बजे भगवान महाकाल की सवारी भी निकाली जाएगी। जमुई में भी मंदिरों के बाहर ऐसा ही नजारा देखने को मिला। शिव मंदिरों में भी भक्तों का मजमा लगा। बाबा धनेश्वर नाथ मंदिर और बाबा पतनेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। इस दौरान मंदिरों में हर-हर महादेव और बम-बम भोले की गूंज सुनाई दी। उधर, जम्मू में शंभू मंदिर में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। जलाभिषेक कर भोले बाबा का आशीर्वाद लिया।