संभल: उत्तर प्रदेश के सम्भल में जिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर अशोक कुमार की अनूठी पहल सामने आई है. जिला अस्पताल के सीएमएस की पहल से संभल में जिला अस्पताल में इलाज के लिए डॉक्टर और जांच संबंधी कार्यों के लिए मरीजों को भटकना नहीं पड़ता है. जिला अस्पताल के अंदर दीवारों पर लगी रंग- बिरंगी टाइल्स से बनाई गई पट्टिया रोगियों और उनके रिश्तेदारों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का काम कर रही है. मरीजों और उनके रिश्तेदारों को पूछताछ के झंझट से जूझना नहीं पड़ता है. अस्पताल की दीवारों पर बनाई गई रंग-बिरंगी टाइल्स की पट्टिया मरीजों के लिए हेल्प लाईन का काम कर रही है. अस्पताल में इलाज के लिए आने बाले मरीज इस कलरफूल पट्टियों के जरिए सीधे ग्राउंड फ्लोर पर एमरजेंसी, अल्ट्रा साउंड रूम, पहली मंजिल पर ओपीडी प्रशासनिक कक्ष, दूसरी मंजिल पर टीवी बार्ड, लेवर रूम, चाइल्ड रूम तक आसानी से पहुंच जाते हैं.
अमेजन अगले 5 साल में देगा 10 लाख नौकरियां, लिंक पर क्लिक कर जानें खबर.
चार रंगों की पट्टियों से सजा दीवार
संभल में जिला अस्पताल की दीवारों पर पीला, हरा, नीला और लाल रंगों की पट्टिया बनाई गई है. अस्पताल के अंदर प्रवेश करते ही यह रंग-बिरंगी पट्टिया दिखाई देगी. रेड कलर की टाइल एमरजेंसी बार्ड व अल्ट्रा साउंड रूम पहुंचाएगी. ब्लू कलर की पट्टी ओपीडी, एक्सरे रूम और पीले रंग की पट्टी महिलाओं को प्रसव के लिए लेबर रूम पहुंचाएगी. इसके साथ ही अगर मरीज को अस्पताल के किसी कर्मचारी से शिकायत है तो वह ग्रीन पट्टी की मदद से सीधे शिकायत के लिए सीधे सीएमएस के कक्ष तक जा सकता है.
क्या कहा जिला अस्पताल के CMS ने
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ अशोक कुमार ने जी मीडिया को बताया की अस्पताल में रंग-बिरंगी टाइल की पट्टिया बनाए जाने से पहले अस्पताल में आने वाले मरीज अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए भटकते रहते थे, पूछताछ के दौरान मरीजों के रिश्तेदारों की अक्सर अस्पताल के कर्मचारियों से नोक झोंक हो जाती थी. खासकर अस्पताल में आने वाले कम पढ़े-लिखे व अनपढ़ मरीज अधिक परेशान रहते थे. इस समस्या को देखकर उन्हें मेट्रो ट्रेन के स्टेशन पर पैसेंजर के लिए बनाए गए साईन का उपयोग करने का निर्णय लिया जो की काफी कामयाब साबित हो रहा है.
सौजन्य : ज़ी हिदुस्तान