तिरुवनंतपुरम , केरल में वेस्ट नाइल बुखार से मौत का पहला मामला सामने आया है। राज्य के त्रिशूर जिले में रविवार, 29 मई को वेस्ट नाइल बुखार के चलते 47 साल के एक शख्स की जान चली गई। जिसके बाद राज्य सरकार ने वेस्ट नाइल फीवर को लेकर दिशा निर्देश जारी करते हुए लोगों को सावधान रहने को कहा है।
त्रिशूर में 47 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत पिछले तीन वर्षों में पहला मामला है, जब मच्छर जनित इस रोग के चलते किसी की जान गई है। त्रिशूर जिले के पनंचेरी के रहने वाले पुथनपुरक्कल जोबी नाम के शख्स को इस शख्स को 17 मई को बुखार के लक्षण महसूस हुए थे, जिसके बाद उनको त्रिशूर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उसके वेस्ट नाइल बुखार से पीडि़त होने की पुष्टि हुई।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- अलर्ट रहने की जरूरत
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने वेस्ट नाइल से मौत का मामला सामने आने के बाद कहा बै कि मच्छरों के विकास को नियंत्रित करना और स्रोत को नष्ट करना इस बीमारी को रोकने के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जिलों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। वेस्ट नाइल बुखार जापानी बुखार के समान लक्षणों वाला है। हालांकि वीना जॉर्ज ने स्पष्ट किया है कि चिंता की कोई बात नहीं है। मंत्री ने राज्य के लोगों से यह भी अनुरोध किया कि यदि उन्हें बुखार या बीमारी के अन्य लक्षणों का अनुभव होता है, तो उन्हें अस्पताल में भर्ती होना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि वेस्ट नाइल बुखार क्यूलेक्स प्रजाति के मच्छरों से फैलता है। यह पहली बार 1937 में युगांडा में पाया गया था। केरल में पहली बार 2011 में इस बुखार का मामला सामने आया था और 2019 में मलप्पुरम के छह वर्षीय लड़के की इस बुखार के कारण मौत हो गई थी।