पुणे , ; पुणे में आठ साल के मासूम बच्चे ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी। पुलिस का कहना है कि प्राथमिक जांच में सामने आया है कि वह मोबाइल पर हिंसक या आत्महत्याएं जैसी फिल्में देखता था। संभवत: सीन को रीक्रिएट करने के लिए उसने जानलेवा कदम उठाया। कथित तौर पर आत्महत्या से पहले उसने गुडिय़ा का रस्सी गला घोंटने का प्रयास किया था, गुडिय़ा को सिर से कपड़े से ढका गया है।
पिंपरी चिंचवाड़ के थेरगांव इलाके में कलेजे के टुकड़े को फंदे से लटकते हुए देखकर मां-बाप की सांसे थम गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि घटना रविवार की है, उस वक्त उसके मां-बाप काम पर गए थे और भाई-बहन घर के बाहर खेल रहे थे। बच्चे के पिता चौकीदारी का काम करते हैं और मां घरेलू सहायिका के तौर कई घरों में काम करती है।
हिंसक फिल्में देखता था
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घर की जांच में चौंकाने वाली बातें सामने आई। बच्चे के बगल में एक गुडिय़ा थी, ऐसा लग रहा था कि कथित तौर पर आत्महत्या करने से पहले बच्चे ने एक फिल्मी सीन को रीक्रिएट करने के लिए रस्सी से गुडिय़ा घोंटने की कोशिश की। गुडिय़ा के चेहरे पर कपड़ा भी था। घरवालों ने पूछताछ में बताया है कि वह अक्सर हिंसक और आत्महत्या उकसाने जैसी फिल्में देखता था।
सबसे पहले मां ने देखा
पुलिस इंस्पेक्टर सत्यवान माने ने बताया कि जब मां काम से लौटी तो उसने बेटे को लटका पाया। बगल में एक गुडिय़ा पड़ी थी। गुडिय़ा की रस्सी से गला घोंटा गया था और उसके सिर को कपड़े से ढका गया था। पुलिस को तब बुलाया गया था।
ज्यादातर वक्त फोन पर वीडियो
इंस्पेक्टर माने ने कहा, अब तक की जांच से पता चलता है कि लड़के ने गुडिय़ा का गला घोंटकर खुदकुशी कर ली होगी। परिवार के सदस्यों ने हमें बताया है कि वह ज्यादातर समय फोन पर वीडियो देखने में ही गुजारता था। परिवार अभी सदमे की स्थिति में है। हम परिवार से और उन लोगों से भी बात करेंगे जो उन्हें अच्छी तरह जानते हैं।