भोपाल : बेंगलुरु में मौजूद सिंधिया समर्थक निष्काषित मंत्री और विधायको ने मांग की है। उन्होंने मांग की है कि म.प्र.सरकार और वहा की पुलिस पर उन्हें विश्वास नहीं है। रविवार को सभी सिंधिया समर्थक ने एक साथ वीडियो वायरल कर उन्होंने मांग की है कि उन्हें केंद्रीय सुरक्षा बल की सुरक्षा मुहैया कराई जाय |
उन्होंने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार उन्हें अगवा करवा सकती है और परिजनों से गुमशुदगी की झूठी शिकायतें करा सकती है। इसलिए ऐसी शिकायतों को महत्व न दिया जाए। विधायक पिछले पांच दिन से बेंगलुरु में रुके हुए हैं। शाम को इनमें से 16 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को फिर से अलग-अलग इस्तीफे भेज कर उन्हें मंजूर करने का आग्रह किया है। इसकी पुष्टि सिंधिया समर्थक भाजपा नेता पंकज चतुर्वेदी ने की है। इनमे शामिल है
डॉ. प्रभुराम चौधरी, सांची, गोविंद सिंह राजपूत, सुरखी , प्रद्युम्न सिंह तोमर, ग्वालियर , इमरती देवी, डबरा , तुलसीराम सिलावट, सांवेर , महेंद्र सिंह सिसौदिया, बमोरी , साहूलाल सिंह, अनूपपुर , सुरेश धाकड़, पोहरी , राजवर्द्धन सिंह दत्तीगांव, बदनावर , जजपाल सिंह जज्जी, अशोकनगर , जसमंत जाटव, करैरा , मुन्नालाल गोयल, ग्वालियर पूर्व , रघुराज सिंह कंषाना, मुरैना , हरदीप सिंह डंग, सुवासरा , बृजेंद्र सिंह यादव, मुंगावली , गिर्राज डंडौतिया, दिमनी , मनोज चौधरी, हाटपिपल्या , दल सिंह कंषाना, सुमावली , रणवीर सिंह जाटव, गोहद , कमलेश जाटव, अम्बाह , ओपीएस भदौरिया, मेहगांव , रक्षा संतराम सरोनिया, भांडेर ,
इन सभी ने मप्र पुलिस पर भरोसा नहीं। सीआरपीएफ की मांग की है।