भोपाल,२८ जून ;मनोकामना व साधना के लिए विशेष फलदायी माने जाने वाले गुप्त नवरात्र की शुरुआत 30 जून से होगी। इस बार गुप्त नवरात्र की शुरुआत कई यागों में हो रही है, इस बार कई विशेष संयोग रहेंगे। इस लिहाज से यह नवरात्र अत्यंत शुभ फलदायी होंगे। इसमें किए गए कार्य और अनुष्ठानों में विशेष सफलता मिलेगी। पंडित जगदीश शर्मा ने बताया कि साल में चार बार नवरात्र आते हैं। इसमें दो नवरात्र प्रकट नवरात्र होते हैं, जबकि दो नवरात्र गुप्त नवरात्र होते हैं। चैत्र और अश्विन नवरात्र प्रकट नवरात्र होते हैं, इसमें माँ आदिशक्ति की आराधना का विशेष महत्व है। इसी प्रकार माघ और आषाढ़ माह में जो नवरात्र आते हैं, वे गुप्त नवरात्र होते हैं। इसमें मनवांछित फल की प्राप्ति के लिए गुप्त साधना, मंत्र, तंत्र साधना आदि का विशेष महत्व माना गया है। सिद्धि योग भी बनेगा : गुप्त नवरात्र ३० जून से आठ जुलाई तक रहेंगे। इस तरह पूरे नौ दिन के नवरात्र होंगे। पंडित विष्णु राजौरिया ने बताया कि गुप्त नवरात्र के पहले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि रहेगा।"