नई दिल्ली ,02 जुलाई । साल 2022 का छह महीना निकल गया। इन छह महीनों में शेयर बाजार में भारी उतार चढ़ाव नजर आया। 2022 के पहले छह महीनों में बाजारों में दो अंकों की गिरावट देखी गई है। बेंचमार्क निफ्टी 50 और सेंसेक्स इस साल अब तक 11त्न से ज्यादा गिर चुके हैं। यानी, पिछला छह महीना शेयर बाजार के निवेशकों के लिए निराशाजनक रहा। निवेशकों के लाखों-करोड़ों रुपये डूब गए। इस दौरान लेकर टाटा, बिड़ला, महिंद्रा समेत पुराने बिजनेस घरानें में में और भी बड़ी गिरावट देखी गई। इस साल केवल दो कारोबारी परिवार ही आगे बढऩे में कामयाब रहे हैं, वे हैं अंबानी और अडानी। जी हां..मुकेश अंबानी और गौतम अडानी ऐसे बिजनेसमैन हैं, जिन्हें पिछले छह महीने में गिरते बाजारों में जबरदस्त मुनाफा हुआ है।
फायदे में अंबानी और अडानी
गिरते बाजार के बावजदू मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस के शेयर हरे रंग में रहने में कामयाब रहे। पिछले छह महीने में रिलायंस के शेयरों में मामूली 2प्रतिशत बढ़ोतरी हुई। वहीं, गौतम अडानी की सातों लिस्टेड कंपनियां 38प्रतिशत लाभ में रहे। वहीं, इस साल विप्रो के शेयरों अब तक भारी गिरावट देखने को मिली है। जबकि इसके प्रतिद्वंद्वियों टीसीएस और इंफोसिस में भी इस साल गिरावट आई है। हालांकि, विप्रो की तुलना में टीसीएस और इंफोसिस ने काफी बेहतर प्रदर्शन किया है।
टाटा ग्रुप की कंपनियों का वैल्यूएशन सबसे ज्यादा
अगर कंपनियों की वैल्यूएशन देखा जाए तो टाटा ग्रुप की कंपनियों ने बाजी मारी है। टाटा ग्रुप देश में सबसे मूल्यवान बनी हुई हैं, जिसका कुल मार्केट कैप लगभग ?20 लाख करोड़ है, जबकि मुकेश अंबानी की रिलायंस लगभग ?18 लाख करोड़ के साथ दूसरे स्थान पर है। वहीं, गौतम अडानी की सात कंपनियां बजाज, बिड़ला और प्रेमजी से अधिक वैल्यूएबल हैं।