भोपाल । यूनानी मेडिकल कॉलेज के फाइनल ईयर के छात्र की हत्या का पुलिस ने 28 घंटे में खुलासा कर दिया। छात्र की हत्या उसके सगे भाई ने डॉक्टर बनने की जलन के कारण की थी। आरोपी मेडिकल प्रवेश परीक्षा में असफल होने से परेशान था। आरोपी हत्या के तीन घंटे तक लाश ठिकाने लगाने की कोशिश करता रहा। आरोपी ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि उसने 25 बार सिर पर हथोड़ी मारकर बड़े भाई की हत्या की है।
ऐशबाग पुलिस के मुताबिक मूल रूप से बरेली यूपी का रहने वाला वसीम (25) पिता अमीर अहमद 216 हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी ऐशबाग में छोटे भाई नफीस के साथ किराए से रहता था। वसीम यूनानी कॉलेज में बीयूएमएस में फाइनल ईयर में था। जबकि शानू यूनानी कालेज में प्रवेश लेना की कोशिश में लगा था, लेकिन उसका मेडिकल में प्रवेश नहीं हो पा रहा था।
टीआई राजीव जंगले ने बताया कि आरोपी नफीस उर्फ शानू ने अपने भाई वसीम की रात 12 बजे के आसपास ही हथोड़ी मारकर हत्या कर दी थी। जब उसको महसूस हुआ कि वसीम की सांस चल रही है कि तो उसने कमरे का पर्दा उतारा और वसीम का गलाघोंट दिया था । वारदात करने से पहले उसने एल्प्राजोलम नाम की नशे की पांच टेबलेट भी खायी थी।
टीआई जंगले ने बताया कि आरोपी नफीस उर्फ शानू ने अपने भाई की हत्या करने के बाद तीन घंटे तक लाश के पास बैठकर उसको ठिकाने लगाने की प्लानिंग कर रहा था। गुरुवार देर रात तीन बजे के करीब उसने हथोड़ी को पॉलिथिन में डालकर घर के पास ही सडक़ के बीच सेट्रल बर्ज पर घास में फेंक आया था । शानू वापस आया और लाश को ठिकाने लगाने की कोशिश में था। लेकिन कामयाब नहीं हो पाया।
बरेली जिला रायसेन में यूनानी दवाखाना चलाने वाले अमीर अहमद ने पुलिस को बताया है कि कि नफीस पूर्व में बेटे की हत्या करने की धमकी दे चुका था। वह कहता था कि उसको खल्लस कर दूंगा। अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए पिता दोनों बेटों को भोपाल में किराए का कमरा दिलवाकर पढाई करवा रहे थे। नफीस अपने भाई से काफी जलन रखता था। पुलिस के सामने भी नफीस ने कबूल किया है कि मेरा बड़े भाई के साथ विवाद होता था। हम दोनों पिता को दिखाने के लिए सिर्फ एक कमरे में रहते थे, लेकिन खाना, चाय सब अलग-अलग बनाते थे। यहां तक की पीने का पानी भी दोनों भाई अलग-अलग भरते थे। तनाव में रहने के कारण उसको नींद नहीं आती थी। इसके लिए नींद की गोलियां खाने लगा था।