बुलंदशहर में एक लड़की ने अपने बेवफा आशिक से बदला लेने के लिए तेजाब को ही हथियार बना लिया. अपने बेइज्जती का बदला लेने के लिए लड़की ने एसिड अटैक की वारदात को अंजाम दिया.
इस लड़की को ईट भट्टे के मुनीम ने पहले अपने प्रेमजाल में फांसा और फिर नौकरी लगवाने के नाम पर उससे ढाई लाख रूपये ठग लिये थे. पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए लड़की और उसके दूसरे प्रेमी को जो कि वारदात में शामिल था उसे अरेस्ट कर लिया है.
दरअसल बुलंदशहर के रामापुर गांव की मीनू का इसी गांव में ईट भट्टे के मुनीम महेन्द्र की ससुराल थी. जीजा-साली का रिश्ता मुलाकात के बाद प्यार में बदला और मीनू महेन्द्र को अपना सब-कुछ दे बैठी.
प्यार के झांसे में मीनू ने महेन्द्र को ढाई लाख रूपये भी दिये. महेन्द्र ने मीनू से वायदा किया था कि इन रूपयों के बदले वह उसकी सरकारी नौकरी लगवायेगा. लेकिन फरेबी महेन्द्र ने अपना वायदा नही निभाया. मीनू महीने भर पहले महेन्द्र से रूपये वापस लेने उसके भट्टे पर गयी तो चौकीदार जगतराम ने उसे बेइज्जत करके वहां से भगा दिया. अपने प्रेमी की ओर से इतना अपमान मीनू सह नही सकी. उसने योजना बनाई और पड़ोस के टेलर के साथ मिलकर जगतराम को मारने की कोशिश की. मीनू ने जगतराम पर तेजाब से भरी बोतल उड़ेल दी.
पहली बार किसी लड़की ने दुश्मनी निभाने के लिए तेजाब को हथियार बनाया. अब तक ऐसा अपराध जुनूनी आशिक किया करते थे, लेकिन पुलिस को उस पर शक भी नही था. इसीलिए महीने भर तक पुलिस जगतराम के हमलावरों को तलाशती रही. मगर जब महेन्द्र और मीनू के बीच अदावत की गुत्थी खुली तो कानून के हाथ मीनू तक पहुंच गये.
पुलिस की प्रेस कांफ्रैस में मीनू ने वारदात की वजह अफसरों के सामने कबूल की, लेकिन मीडिया के कैमरो के सामने बोलने से इनकार कर दिया. मीनू का साथी अमन समझ रहा था कि मीनू उससे प्यार करती है, लेकिन मीनू ने अमन का इस अपराध के लिए इस तरह इस्तेमाल किया.
मीनू ने कबूल किया कि वह महेन्द्र से भी बदला लेना चाहती थी, लेकिन मौके पर केवल चौकीदार जगतराम ही मिला. जगतराम महीने भर से अस्पताल में भर्ती है और तेजाबी हमले में किसी तरह उसकी जान बच गयी है.
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