बागपत की रहने वाली कविता दलाल उन सभी घरेलू और प्रोफेशनल महिलाओं के लिए मिशाल है जो अपने कड़े संघर्षों के सहारे अपनी पहचान बनाई है जिन्हे लेडी खली के नाम से जाना जाता है । आम औरतो के एक मिसाल बनगई है सुसराल मै बहु होने के बावजुद भी कुश्ती के प्रति लगाव उनको आम महिलाओ से अलग रखता है ।
बागपत की बिजवाड़ा गांव की बहू कविता दलाल परिवारिक जीवन के बाद भी कुश्ती( WWE) लड़कर देश के लिए एक के बाद एक मेडल जीत रही है। इनकी WWE की लड़ाई देख सभी इन्हें लेडी खली कहने लगे है। कविता राष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती लडकर देश के लिए एक नहीं दो नहीं बल्कि चार गोल्ड मेडल अबतक जीत चुकी हैं। जब कविता दलाल बिनोली थाना के बिजवाडा गांव स्थित अपनी सुसराल पहुंची तो लोगों ने उनका जमकर स्वागत किया। सभी लोगों को अपनी इस बहू पर गर्व है। कवीता दलाल देश की पहली महिला रेश्लर है जिन्होने जिन्होंने डब्लूडब्लूई में देश के लिए चार चार गोल्ड मेडल जीते हैं।
मूलरूप से हरियाणा जींद की रहने वाली कविता दलाल की शादी बागपत के बिजवाडा गांव मे किसान परिवार में हुई है। कविता ने सामान्य महिलाओं की घूंघट पल्लू से खुद को ऊपर उठाकर रेशलिंग करने का अपना शौक पूरा किया है। कविता दलाल अभी तक देश के लिए सैकड़ों मे़ल जीत चुकी है। देश- विदेश में होनी वाली प्रतियोगिता में वो कई दिग्गज रेशलरों को धूल चटा चुकीं है। डब्ल्यू डब्ल्यू ई में खुद दर्जनों में मोडल अपने नाम कर चुकी कविता इस लड़ाई में चार गोल्ड मेडल भी जीत चुकी हैं।
कविता ने बताया कि अब हाल ही मे दुबई मे होने जा रही डब्ल्यू डब्ल्यू ई प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये तैयारी कर रही है ।