भोपाल। राजधानी के सेन्ट्रल जेल में बंद एक महिला बंदी ने बुधवार शाम गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला पर अपनी दो बेटियों की हत्या का आरोप था। घटना के बाद जेल प्रबंधन ने दो महिला प्रहरियों को काम में लापरवाही बरतने के कारण सस्पेंड कर दिया हैं।
जेल अधीक्षक दिनेश नरगावे केे अनुसार बिलखिरिया निवासी सविता केवट (36 वर्ष) अपनी दो बेटियों की हत्या के आरोप में सितंबर 2016 सेे जेल में बंद थी। जेल में बंद सविता से बीते एक साल से परिजन भी मिलने नहीं आ रहे थे। इससे वह मानसिक तौर पर बीमार रहने लगी थी। बुधवार शाम को जब जेल में खाना बांटा जा रहा था तभी वह जेल प्रहरियों से खाना लेने के लिए कहकर गई। कुछ देर बाद किसी महिला बंदी के बच्चे ने शोर मचाया। अन्य महिला बंदी और महिला प्रहरी मीरा पटवा और जयश्री बडोले महिला बैरक के अंदर बने बच्चों के स्कूल में पहुंचीं तो सविता फंदे पर झूलती मिली। मामले की जानकारी लगते ही जेल प्रबंधन के आला अधिकारी जेल पहुंच गए और लापरवाही बरतने पर दोनों महिला प्रहरियों को सस्पेंड कर दिया।
बीते वर्ष 10 सितंबर की सुबह सविता ने 8 साल की बेटी कंचन और 3 साल की आरती की हांसिए से गला रेतकर हत्या कर दी थी। पुलिस पूछताछ में सविता ने बताया था कि वह लंबे समय से पेट दर्द की बीमारी से परेशान थी। जिस कारण वह आत्महत्या करना चाहती थी। उसने सोचा कि उसके मरने के बाद बेटियों का क्या होगा। इसलिए बेटियों को मारने के बाद सविता ने भी फांसी लगाकर खुदकुशी का प्रयास किया था, लेकिन वह बच गई थी, जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया था।