खरगौन: हमारे देश में बच्चों को भगवान का रूप माने जाने की परिकल्पना बहुत पहले से ही चली आ रही है. बच्चों को भगवान का रूप माने जाने के लिए कहा जाता है कि बच्चों के मन में किसी भी तरह का छल-कपट नहीं होता है. बच्चे जो कुछ भी करते हैं, निश्छल होकर करते हैं. किसी की भी मदद करने के लिए वे हमेशा ही तैयार रहते हैं. मध्य प्रदेश के खरगौन जिले के एक बच्चे ने इस परिकल्पना को साकार कर दिया. 10 वर्षीय इस बच्चे ने अपनी बचत के 5 हजार रुपए की राशि प्रधानमंत्री राहत कोष में कैंसर पीड़ितों के लिए दान दे दिए. वहीं बच्चे की इस निस्वार्थ भावना को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने बच्चे को प्रशंसा पत्र भेजा है.
पोस्ट से मिला पीएम का प्रशंसा पत्र
दरअसल, खरगोन शहर के केंद्रीय विद्यालय के पांचवीं क्लास में पढ़ने वाले छात्र वेदांश मालवीय ने अपनी बचत के पांच हजार रुपए प्रधानमंत्री राहत कोष में कैंसर पीड़ितों के लिए 15 फरवरी को खरगोन कलेक्टर अशोक कुमार वर्मा को चेक प्रदान कर जमा किए थे. बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने पत्र लिखकर हस्ताक्षर युक्त प्रशंसा पत्र वेदांश के घर पर पोस्ट से भेजा. वेदांश का कहना है कि मुझे बहुत ख़ुशी हुई कि पीएम सर के प्रशंसा पत्र भेजने से मैं बहुत खुश हूं. वेदांश ने बताया कि उसकी मम्मी की एक फ्रेंड, जिसे वेदांश मौसी कहता था, उनकी मौत कैंसर से हुई थी. समुचित इलाज न मिलने के कारण हुई उनकी मौत ने वेदांश पर गहरा असर डाला. इस बात से उसके बाल हृदय को इतनी चोट लगी कि उसने तब से ही कैंसर पीड़ितों के लिए राशि भेजने का मन बना लिया. इसी को लेकर वेदांश ने साल भर गुल्लक में पैसे इकट्ठा किए. फिर गुल्लक फोड़कर जमा हुए पांच हजार रुपए प्रधानमंत्री राहत कोष में कैंसर पीड़ितों के उपचार के लिए जमा कर दिए.
सौजन्य ; ज़ी न्यूज़