इंदौर: जनवरी 2018 में अक्षय कुमार की फिल्म 'पैडमैन' ने सफलता के कई इबारतें लिखीं. इस फिल्म में एक ऐसे रुढ़िवादी विषय को उठाया गया था, जिसके बारे में 21वीं सदी में भी लोग बात करने से कतराते हैं. सेनेटरी पैड पर आधारित इस फिल्म में बताया गया है कि माहवारी के समय महिलाओं के लिए सैनिटरी नैपकीन कितना ज़रूरी है. इस फिल्म से ही प्रेरणा लेकर इंदौर की 21 वर्किंग वूमेन ने 'सेनेटरी पैड बैंक' की शुरुआत की है. ये 'सेनेटरी पैड बैंक' स्लम एरिया की युवतियों को सेनेटरी पैड से संबंधित जानकारी तो देता ही है, साथ ही उन्हें नि:शुल्क सेनेटरी पैड भी उपलब्ध कराती हैं. संस्था द्वारा शहर में कई जगहों पर कैंप लगाकर फंड रेजिंग और पैड का वितरण के साथ जागरूकता अभियान भी चलाया जाता है.
बैंक में धनराशि ही नहीं लिए जाते हैं सेनेटरी पैड
संस्था की इंदौर प्रेसिडेंट शुभदा महाजन ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे साथ इस अभियान में जुड़ी सभी महिलाएं वर्किंग हैं. सभी सदस्य महिलाएं समय निकाल कर इस अभियान में फंड रेजिंग के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में कैंप लगाती हैं. उन्होंने बताया कि कैंप में लोगों से केवल धनराशि ही नहीं बल्कि सेनेटरी पैड भी लिए जाते हैं. उन्होंने बताया कि 'सेनेटरी पैड बैंक' के लिए कोई धनराशि तय नहीं है, लोग चाहें तो पैड या दस रुपए से लेकर जितनी राशि देना चाहें दे सकते हैं. शुभदा ने बताया कि स्लम एरिया की युवतियां, महिलाएं महंगे सेनेटरी नैपकिन नहीं खरीद सकतीं इसलिए उन्हें नि:शुल्क सेनेटरी पैड दिए जाते हैं.
स्लम एरिया और गांवों में नि:शुल्क बांटे जाते हैं पैड
शुभदा ने बताया कि प्रदेश में इसकी शुरुआत इंदौर से की गई और पहला कैंप एमजी रोड पर लगाया गया था. उन्होंने बताया कि इस कैंप को लेकर लोगों में उत्साह और कौतूहल नजर आया. युवतियों ने खुद ही आगे आकर जानकारी ली और सेनेटरी पैड पाकर खुश भी हुईं. उन्होंने बताया कि अगर लोग चाहें तो संस्था के इंदौर एरोड्रम रोड पर स्थित कार्यालय पर भी धनराशि और सेनेटरी पैड का सहयोग दे सकते हैं. उन्होंने बताया कि कैंप में इकट्ठा हुए पैड शहर के स्लम एरिया और आसपास के गांवों में जाकर नि:शुल्क बांटे जाते हैं. संस्था में उनके साथ कौशल सोनी, पूनम सोलंकी, प्रज्ञा सोनी, रुपाली सेठी, अलका गौर आदि महिलाएं जुड़ी हैं. उन्होंने बताया कि ये सभी महिलाएं स्लम एरिया और अन्य जगहों पर औरतों और युवतियों को सेनेटरी पैड से संबंधित जानकारी और पैड के प्रयोग को लिए जागरूक करती हैं.
शुभदा ने बताया कि आने वाले समय में संस्था द्वारा अलग-अलग क्षेत्र में सेनेटरी पैड मशीन लगाने की भी योजना है. संस्था इस योजना से जरूरतमंद युवतियों और महिलाओं को रोजगार देने के प्रयास भी करेगी. उन्होंने कहा कि इंदौर में ये मशीनें जल्द ही शुरू हो जाएंगी. महाजन ने बताया कि संस्था की गाजियाबाद इकाई इस महीने के अंत तक सेनेटरी पैड मशीन लगा लेगी.
सौजन्य ; ज़ी न्यूज़
फाइल फोटो