Hindi News Portal
09 May, 2025
अपराध

निर्भया केस: फांसी में लग सकता है और भी समय, अब दोषी पवन के वकील ने अपनाया नया पैंतरा


नई दिल्ली: निर्भया के दोषियों की फांसी में लगातार देरी हो रही है. निर्भया के गुनाहगारों को कब फांसी होगी यह सवाल अभी भी बना हुआ है. इसी बीच दोषी पवन के शुरू से वकील रहे एपी सिंह ने इस मामले से खुद को अलग कर लिया है. अब वह दोषी पवन की पैरवी नहीं करेंगे. पवन ने अभी तक सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव और राष्ट्रपति के पास दया याचिका दाखिल नहीं की है. अब कोर्ट पवन को नया वकील उपलब्ध कराएगी और नए वकील केस को समझने के लिए और वक़्त की मांग करेंगे. इससे फांसी में अभी और समय लग सकता है. दिल्ली हाई कोर्ट ने पिछले हफ्ते दोषियों से कहा था कि वह एक हफ्ते में अपने कानूनी उपचार का इस्तेमाल कर लें. इसकी मियाद मंगलवार को पूरी हो गई.

क्यूरेटिव खारिज होने के बाद पवन की मर्सी पिटिशन का ऑप्शन होगा. बाकी सभी दोषियों की क्यूरेटिव और दया याचिका पहले ही खारिज हो चुकी है. पवन के वकील एपी सिंह ने बताया था कि हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक पवन की ओर से अपने कानूनी उपचार का इस्तेमाल किया जाएगा. पवन की मुख्य मामले में रिव्यू पिटिशन 9 जुलाई 2018 को खारिज हुई थी.

साथ ही पवन की दलील है कि वह घटना के समय नाबालिग था. ऐसे मे उसका मामला नाबालिग की तरह ट्रीट होना चाहिए. उसके नाबालिग होने का दावा करने वाली अर्जी सुप्रीम कोर्ट ने 20 जनवरी को खारिज कर दी थी. इसके बाद रिव्यू खारिज हो गई थी.

पवन की ओर से पहले जूवनाइल मामले में क्यूरेटिव पिटिशन दाखिल की जानी थी. अगर यह अर्जी खारिज हो जाती है तो फिर पवन की ओर से क्यूरेटिव पिटिशन दाखिल की जाएगी. अगर क्यूरेटिव खारिज होती है तब उसकी ओर से दया याचिका दायर की जाएगी.

 


सौजन्य : ज़ी न्यूज

12 February, 2020

लव जिहाद और ब्लैकमेलिंग केस में राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम कॉलेज और क्लब-90 पहुंची
छात्राओं की सुरक्षा से जुड़े इंतजामों जांच की।
हिंदू छात्राओं से दुष्कर्म के आरोपी फरहान का शॉर्ट एनकाउंटर
आरोपी को शहर के हमीदिया अस्पताल में भर्ती करा दिया है
सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने वालों के विरूद्ध धारा-163 के तहत कार्यवाही की जाएगी- हरिनारायणचारी मिश्र
ग्रुप एडमिन की यह व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी
महंगे शौक के लिए बने लुटेरे का गेंग पकडया गिरफ्तार दो सदस्य फरार हैं,
गोविंदपुरा क्षेत्र समेत अन्य इलाकों में मोबाइल झपटने की घटनाएं बढ़ गई थीं।
कर्नाटक के पूर्व डीजीपी का घर में मिला शव, पत्नी पर हत्या की आशंका
पत्नी और बेटी घर के लिविंग रूम में थीं।