भोपाल : सोमवार, आदिवासी क्षेत्रों में विकास का नया इतिहास बनाया जाएगा। आदिवासी क्षेत्रों से पलायन को रोकने, रोजगार देने और स्थानीय उपज का उचित दाम दिलाने के लिए सरकार सुनियोजित योजनाएं बनेंगी।मुख्यमन्त्री कमल नाथ आदिवासी बाहुल्य डिण्डौरी जिले में माता शबरी जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह एवं आदिवासी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी इलाकों के विकास के लिए जो योजनाएं बनी थीं और वर्षों से धूल खा रहीं हैं, ऐसी योजनाओं को लागू कर आदिवासी भाईयों तक उनका लाभ पहुँचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश की शान आदिवासी समाज का सर्वांगीण विकास हो। उन्हें काम की तलाश में बाहर ना जाने पड़े। घर में, गाँव में ही, उनके पास रोजगार हो, सरकार इसके लिए प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि माता शबरी मानवता और सरलता की प्रतिमूर्ति हैं। यही कारण है कि उनके प्रति आदिवासी समाज में अगाध श्रृद्धा और आस्था है। उन्होंने कहा कि यह सबसे पवित्र दिन है, जब आदिवासी युवा संकल्प लें कि वे आदिवासी संस्कृति और सभ्यता को अपनाएंगे और अपने गौरवशाली इतिहास को सदैव अक्षुण्ण बनाए रखेंगे। उन्होंने कहा कि अलग-अलग जाति होने के बाद भी आदिवासी समाज में जो एकजुटता है, वह उनकी संस्कृति और संस्कार की ही शक्ति है, जिसे बुजुर्गों ने अपनाया और सुरक्षित रखा।
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि मंडला और डिंडौरी के आदिवासी भाईयों ने सदैव सच्चाई का साथ दिया है। उन्होंने जो विश्वास और शक्ति दी है, उसके बल पर हम कभी भी इस क्षेत्र के लोगों को निराश नहीं होने देंगे। डिण्डोरी और मंडला का एक नया इतिहास विकास के नक्शे पर अंकित हो, इसके लिए सरकार वचनवद्ध है।
डिण्डोरी जिले के प्रभारी वित्त मंत्री तरुण भनोत ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के नेतृत्व में प्रदेश में वित्तीय संकट के बावजूद भी देश की सबसे बड़ी किसानों की फसल ऋण माफी योजना को लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के आर्थिक हालत चुनौतिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर आदिवासी क्षेत्रों में, विशेषकर मंडला और डिण्डोरी में कोदो और कुटकी फसल को सरकारी स्तर पर खरीदने के लिए योजना बनाई जा रही है।
आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि मुख्यमंत्री कमल नाथ हमेशा से आदिवासियों के हितों के लिए चिंतित रहते हैं। अपने मुख्यमंत्री के अल्प कार्यकाल में ही आदिवासियों के लिए मुख्यमंत्री मदद योजना, मृत्यु और जन्म होने पर सामाजिक कार्यों के लिए नि:शुक्ल खाद्यान एवं विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति में वृद्धि करने जैसे महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।
अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री लखन घनघोरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने एक साल में शासन प्रशासन को लोगों के घर तक पहुँचाने के लिए 'आपकी सरकार-आपके द्वार' योजना शुरु की। कन्यादान और निकाह योजना में न केवल अनुदान राशि 28 हजार से बढ़ाकर 51 हजार की बल्कि यह राशि गरीब कन्याओं को मिलना सुनिश्चित हो, इसके लिए सीधे उनके खाते में राशि पहुंचाने की व्यवस्था की। मुख्यमंत्री ने खाए शबरी के बेर
मुख्यमंत्री कमल नाथ को समारोह में प्रगतिशील कौल महासभा के अध्यक्ष, माखन लाल सरैया ने शबरी के बेर खिलाए। प्रारंभ में मुख्यमंत्री का आदिवासी परंपरा के साथ स्वागत किया गया। आदिवासी समाज ने मुख्यमंत्री को जैकेट पहनाकर परंपरागत तरीके से अभिनंदन किया।
इस मौके पर विधायक, प्रगतिशील कौल महासभा डिंडौरी के अध्यक्ष माखनलाल सरैया, विश्वनाथ कौल, कौशल्या गौटिया एवं बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।