अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद इसके कई दूतावासों ने तालिबान की सरकार से संबंध तोड लिए हैं। अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय के एक पूर्व अधिकारी के हवाले से वहां की समाचार एजेंसी ने खबर दी है कि अफगानिस्तान के कुछ दूतावास स्वतंत्र रूप से कार्य कर रहे हैं और उनके राजस्व के संबंध में कोई जानकारी नहीं है।
अधिकारी ने बताया कि विदेश मंत्रालय के अस्सी प्रतिशत कर्मचारी अफगानिस्तान छोडकर जा चुके हैं। अन्य देशों के दूतावासों के साथ संबंध बनाये रखना विदेश मंत्रालय के राजनीतिक विभागों की जिम्मेदारी होती है लेकिन इस समय इन विभागों में बहुत कम अधिकारी रह गए हैं। अफगान समाचार एजेंसी ने खबर दी है कि इस समय अफगानिस्तान के अधिकतर दूतावासों ने काबुल प्रशासन और जिन देशों में ये दूतावास हैं, उनसे सम्पर्क तोड लिया है।