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अपराध

भोपाल में जमात-ए-मुजाहिद्दीन के 6 आतंकी गिरफ्तार, तैयार कर रहे थे स्लीपर सेल

भोपाल। मध्यप्रदेश एटीएस को एक बडी सफलता हाथ लगी है पुराने शहर के ऐशबाग, निशातपुरा और अशोकागार्डन इलाके से करीब आधा दर्जन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है. एमपी एटीएस ने यह कार्रवाई एक दिन पहले सहारनपुर के देवबंद के खानकाह रोड स्थित दारुल उलूम चौक पर बने एक हॉस्टल से पकड़े गए तीन संदिग्धों से पूछताछ के बाद की है. मध्यप्रदेश एटीएस ने आतंकियों के पास से करीब एक दर्जन लैपटॉप और धार्मिक साहित्य बरामद किया है. आतंकी यहां किराए का मकान लेकर रह रहे थे. पुलिस ने कमरे को सील कर दिया है.
ऐशबाग इलाके में किराए पर रहने वाले एक युवक अहमद और दूसरा मौलाना था. मकान मालकिन बुजुर्ग नायाब ने बताया कि उनके यहां एक लड़का कम्प्यूटर सुधारने आता था. उसके कहने पर ही उसने दोनों युवकों को किराए पर कमरा दिया था. वे बार-बार उससे उसका आधार कार्ड मांगती रहीं, उसने दिया नही वह हमेशा टाल जाता था . पिछले दिनों जब फिर आधार कार्ड मांगा तो उसने कहा कि वह मकान खाली कररहा है और जल्द ही कमरा खाली कर देगा । इसलिये उससे आधार कार्ड नही मांगा । देर रात तेज आवाज आने के बाद उन्होंने बाहर निकलकर देखा तो बाहर खूब सारी पुलिस दिखाई दी.

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि जमात-ए-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश यानी जेएमबी एक खतरनाक आतंकी संगठन है. यह संगठन बांग्लादेश में कई सीरियल ब्लास्ट का जिम्मेदार रहा है. साल 2005 में इस संगठन ने बांग्लादेश के 50 शहरों और कस्बों के 300 स्थानों पर करीब 500 छोटे बम विस्फोट किए थे. संगठन द्वारा बांग्लादेश में बड़े स्तर पर नरसंहार किया गया.विभिन्न देशों में फैले हैं स्लीपर सेल
साल 2014 में भारत के पश्चिम बंगाल के वर्धमान में बम ब्लास्ट किया था, जिसमें 2 लोग मारे गए थे. साल 2018 में बोधगया में भी बम ब्लास्ट किया गया था. ऐसे घटनाओं में संगठन का नाम आने के बाद भार सरकार द्वारा साल 2019 में इसे 5 साल के लिए प्रतिबंधित संगठन घोषित कर दिया गया था. एटीएस के मुताबिक प्रतिबंध के बाद आतंकी संगठन द्वारा देश के विभिन्न क्षेत्रों में स्लीपर सेल तैयार करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे भविष्य में आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया जा सके.
एटीएस द्वारा पकड़े गए संदिग्ध आतंकी से शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि पकड़े गए सभी संदिग्ध आतंकी बांग्लादेश के रहने वाले हैं. इनकी पहचान फजहर अली उर्फ मेहमूद पिता अशरफ इस्लाम (32), मोहम्मद अकील उर्फ अहमद पिता नूर अहमद शेख (24), जहूरउद्दीन उर्फ इब्राहिम उर्फ मिलोन पठान उर्फ जौहर अली पिता शाहिद पठान (28) और फजहर जैनुल आबदीन उर्फ अकरम अल हसन उर्फ हुसैन पिता अब्दुल रहमान के रूप में हुई है । बवालपूछताछ में पता चला है कि सभी संदिग्ध आतंकी संगठन जेएमबी के सदस्य थे. पुलिस के मुताबिक भोपाल में रहकर संगठन के लिए स्लीपर सेल तैयार करने का काम कर रहे थे. ताकि भविष्य में किसी बड़ी देश विरोधी घटनाओं को अंजाम दिया जा सके. ।

14 March, 2022

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