Hindi News Portal
राजनीति

त्रिपुरा की जनता ने ट्रिपल गठबंधन को पूरी तरह से नकार : अमित शाह

उनाकोटी / सिपाहीजला,12 फरवरी ; केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने त्रिपुरा के उनाकोटी और सिपाहीजला में विधानसभा प्रचार के दौरान कहा कि कांग्रेस , ओमनिस्ट और टिपरा मोथा का गठबंधन ‘ट्रिपल ट्रबल' आर्थात तीन आफत वाला गठबंधन है। त्रिपुरा में एक ओर ट्रिपल ट्रबल वाला गठबंधन है तो दूसरी ओर डवलपमेंट का डबल इंजन। जनता ने तय कर लिया है कि उन्हें ट्रिपल ट्रबल वाली सरकार नहीं बल्कि डेवलपमेंट की डबल इंजन वाली सरकार चाहिए।
अमित शाह ने कहा की त्रिपुरा को समृद्ध प्रदेश बनाने हेतु के बार पुनः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन वाली भाजपा-गठबंधन सरकार बनाने की अपील की। शाह ने उनाकोटी जिले के चांदीपुर और सिपाहीजला जिले के चारिलम में आहूत विजय संकल्प रैलियों को संबोधित किया।
शाह ने माँ त्रिपुर सुंदरी और सभी देवी-देवताओं को नमन करते हुए अपने उद्बोधन की शुरुआत की और कहा कि इस जगह का नाम उनाकोटी इसलिए पड़ा क्योंकि उनाकोटी मंदिर में एक करोड़ में एक कम अर्थात् 99 लाख 99 हजार 999 मूर्तियाँ स्थापित हैं। यह पूरे देश के सबसे पवित्र स्थलों में जाना जाता है। आप हमारे तीनों प्रत्याशियों को विजयी बना दीजिये, मैं आपसे वादा करता हूँ कि मैं और संबित पात्रा जी आपके अशोक अष्टमी के उत्सव में जरूर आयेंगे और आपके साथ यात्रा भी करेंगे।
चारिलम में उन्होंने कमलासागर माँ काली को नमन किया और आर्यसमाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती जी का भी पुण्य स्मरण किया।अमित शाह ने कहा कि कई वर्षों तक यहाँ कांग्रेस का शासन रहा, 27 सालों तक कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार रही। कांग्रेस और कम्युनिस्ट, दोनों ने त्रिपुरा को विकास से महरूम रखा। दोनों ने यहाँ के गरीबों और आदिवासियों के लिए कुछ भी नहीं किया, त्रिपुरा को जस का तस छोड़ दिया। विकास आया है तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 5 वर्षों में आया है। पहले बिप्लब देब और अब डॉ माणिक साहा, दोनों ने त्रिपुरा के विकास को नया आयाम दिया है। हमने सड़क, बिजली, पानी, गैस, घर के साथ-साथ गरीब, मध्यम वर्ग, महिला, युवा और जनजातीय लोगों को भी एक सूत्र में जोड़ने का काम किया। लाल भाइयों की 27 साल तक त्रिपुरा में सरकार रही लेकिन उन्होंने आदिवासी कल्याण के लिए कुछ भी नहीं किया लेकिन अब जबकि वे सत्ता से बाहर हैं तो महज छलावा करने के लिए वे एक आदिवासी नेता को सीएम का चेहरा बना कर लाये हैं। आदिवासी समाज कम्युनिस्टों की हर नापाक चाल से वाकिफ है।
इस तरह से आदिवासी भाइयों-बहनों के वोट कभी भी कम्युनिस्टों को नहीं मिल पायेगा। उन्होंने त्रिपुरा की जनता का आह्वान करते हुए कहा कि आपका एक वोट त्रिपुरा को समृद्ध त्रिपुरा बनाने के लिए उपयोग में आने वाला है। शाह ने कहा कि 

कांग्रेस और कम्युनिस्ट, दोनों ने त्रिपुरा को विकास से महरूम रखा। दोनों ने यहाँ के गरीबों और आदिवासियों के लिए कुछ भी नहीं किया, त्रिपुरा को जस का तस छोड़ दिया। विकास आया है तो  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 5 वर्षों में आया है। पहले बिप्लब देब और अब डॉ माणिक साहा, दोनों ने  त्रिपुरा के विकास को नया आयाम दिया है। लेकिन अब जबकि वे सत्ता से बाहर हैं तो महज छलावा करने के लिए वे एक आदिवासी नेता को सीएम का चेहरा बना कर लाये हैं।

आदिवासी समाज कम्युनिस्टों की हर नापाक चाल से वाकिफ है। इस तरह से आदिवासी भाइयों-बहनों के वोट कभी भी कम्युनिस्टों को नहीं मिल पायेगा। उन्होंने त्रिपुरा की जनता का आह्वान करते हुए कहा कि आपका एक वोट त्रिपुरा को समृद्ध त्रिपुरा बनाने के लिए उपयोग में आने वाला है। शाह ने कहा कि 27 साल में कम्युनिस्टों ने चाय बागान में काम करने वालों के लिए कुछ भी नहीं किया।  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  ने गरीबों को मुफ्त में आयुष्मान कार्ड दिया, टैप वाटर कनेक्शन दिया, मुफ्त गैस कनेक्शन दिया, मुफ्त में शौचालय निर्माण कराया और सबको फ्री ऑफ़ कॉस्ट चावल देना शुरू किया। इसके साथ ही कोविड वैक्सीन का टीका भी मुफ्त में दिया गया। भाजपा की सरकार ने चाहे चाय बगान के श्रमिक हों या मणिपुरी बिष्णुप्रिय संप्रदाय के लोग, सबको समान विकास का अवसर दिया है। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में विकास की शुरुआत और अपराध का अंत भाजपा की सरकार ने किया है।

12 February, 2023

हिंदुओं से लड़ाई लड़ने वाले अंसारी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में हुए शामिल, कांग्रेस ने न्योता ठुकराया - पीएम मोदी
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का न्योता ठुकराने पर विपक्ष को आड़े हाथों लिया।
भाजपा का पहला शो ही फ्लॉप हो गया - अखिलेश यादव
इंडिया गठबंधन जनता की इच्छा पर बना है
कांग्रेस के युवराज यूपी में चुनाव हारने के बाद इज्जत बचाने के लिए केरल भागे : पीएम मोदी
भ्रष्टाचार का दोषी कोई भी व्यक्ति छोड़ा नहीं जाएगा।
गुलाम नबी आजाद नहीं लड़ेंगे लोकसभा चुनाव, अनंतनाग सीट से नाम लिया वापस
पार्टी बैठक में लोकसभा चुनाव न लड़ने की घोषणा की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी करने पर चिराग का रोहणी आचार्य पर पलटवार, कहा- चार जून को देख लेंगे
प्रधानमंत्री को गलत ठहराने का प्रयास किया, एनडीए को उतना ही फायदा पहुंचा है