नई दिल्ली ,04 मई ;अमेरिका के ब्राउन यूनिवर्सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों को लेकर अहम टिप्पणी की है। उन्होंने इन दंगों को कांग्रेस पार्टी की 'गलतीÓ स्वीकार करते हुए कहा कि वे पार्टी के इतिहास में हुई हर 'गलतीÓ की जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं, भले ही वह घटना उनके राजनीति में सक्रिय होने से पहले की हो।
राहुल गांधी ने यह बयान वॉटसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल एंड पब्लिक अफेयर्स में आयोजित एक सत्र के दौरान एक सिख युवक द्वारा पूछे गए तीखे सवालों के जवाब में दिया।
सिख युवक ने राहुल गांधी से सीधा सवाल पूछा था। उसने कहा कि जहां उन्होंने (राहुल) भाजपा राज में सिखों को कड़ा या पगड़ी पहनने से रोकने की आशंका जताई थी, वहीं कांग्रेस ने स्वयं 1984 में सिखों की अभिव्यक्ति की आजादी का हनन किया। युवक ने यह भी पूछा कि क्या वे 1984 के दंगों में सज्जन कुमार जैसे नेताओं को बचाने में पार्टी की भूमिका की जिम्मेदारी लेंगे?
इस सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा, बहुत सी गलतियां तब हुईं जब मैं राजनीति में नहीं था, लेकिन मैं कांग्रेस पार्टी द्वारा की गई हर गलती की जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं। उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से कई बार कहा है कि 1984 में जो कुछ हुआ, वह गलत था। राहुल गांधी ने सिख समुदाय के साथ अपने अच्छे संबंधों का भी जिक्र किया और बताया कि वे कई बार स्वर्ण मंदिर जा चुके हैं।
राहुल गांधी ने इस दौरान यह भी कहा कि भाजपा के शासनकाल में धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर जो डर महसूस किया जा रहा है, वह वास्तविक है।