भोपाल, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, ने बुधवार को भोपाल द्वारा आज माननीय नरेंद्र शिवाजी पटेल जी (राज्य मंत्री, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग, मध्यप्रदेश शासन) को फार्मासिस्ट पंजीयन प्रक्रिया में आ रही बाधाओं के संबंध में एक ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में ABVP ने बताया कि विगत लगभग एक वर्ष से मध्यप्रदेश राज्य फार्मेसी परिषद द्वारा पंजीयन प्रक्रिया स्थगित होने के कारण प्रदेश के हजारों फार्मेसी स्नातक छात्रों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान में 1100 से अधिक छात्र पंजीयन की प्रतीक्षा में हैं, जिससे उन्हें रोजगार, उच्च शिक्षा व अन्य व्यावसायिक अवसरों से वंचित रहना पड़ रहा है।
इस स्थिति से छात्र मानसिक तनाव, असंतोष और भविष्य के प्रति निराशा का अनुभव कर रहे हैं। यह प्रदेश की फार्मेसी शिक्षा की गुणवत्ता और विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है।
ABVP ने निम्नलिखित प्रमुख मांगें रखीं:
1. सभी लंबित पंजीयन आवेदनों की प्रक्रिया अविलंब प्रारंभ की जाए और एक माह के भीतर प्रमाण-पत्र प्रदान किए जाएं।
2. शिकायतों हेतु ऑनलाइन ट्रैकिंग सुविधा सहित एक पोर्टल विकसित किया जाए।
3. आवेदन के समय ही स्लॉट आवंटन की व्यवस्था लागू की जाए।
4. स्पीड पोस्ट की बाध्यता हटाकर प्रक्रिया को पूर्णतः डिजिटल बनाया जाए।
5. परिषद कार्यालय में हेल्पडेस्क और टोल-फ्री हेल्पलाइन शुरू की जाए।
6. नवीनीकरण के लंबित प्रकरणों का प्राथमिकता से निराकरण किया जाए।
7. प्रति वर्ष पंजीयन हेतु विशेष शिविर आयोजित किए जाएं।
8. पंजीयन प्रक्रिया को सुदृढ़ करने हेतु एक पूर्णकालिक अधिकारी की नियुक्ति की जाए।
ABVP ने आशा व्यक्त की है कि राज्य सरकार इस विषय पर शीघ्र सकारात्मक कदम उठाएगी और छात्रों के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में ठोस पहल करेगी।