भोपाल,24 अप्रैल : आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर विंध्य और बुंदेलखंड अंचल से मिले फीडबैक के बाद भाजपा हाईकमान ने इन क्षेत्रों की कुल 56 सीटों को लेकर नई रणनीति पर काम शुरु किया है। 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रीवा का दौरा किया । दो महीने पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह सतना जिले का दौरा कर चुके हैं। प्रदेश भाजपा प्रभारी मुरलीधर राव भी इस अंचल में घूम रहे हैं। उनके पहले क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल भी इन दोनों अंचलों के जिलों में मैदानी कार्यकर्ताओं के साथ क्षेत्र की नब्ज टटोल चुके हैं। भाजप के लिए विंध्य और बुंदेलखंड अंचल की इन सीटों से जो सत्ता-संगठन से मैदानी फीडबैक मिला है उसके बाद पार्टी ने अपनी माइक्रो स्तर पर चुनावी रणनीति को क्रियान्वित करने की कवायद शुरु कर दी है। दो महीने पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने सियासी समीकरण साधने के लिएशबरी जयंती कार्यक्रम और कोल समाज के सम्मेलन को संबोधित कर इस वर्ग को लुभाने के हरसंभव प्रयास किए। दरअसल, भाजपा इस अंचल को अपना गढ़ मानती है, 2018 के चुनाव में यहां से पार्टी को सर्वाधिक सीटें भी मिली थीं लेकिन निकाय चुनाव के दौरान पूरे अंचल में सत्ताधारी दल को जनाक्रोश की झलक देखने को मिल गई। सिंगरौली में आम आदमी पार्टी और रीवा में कांग्रेस का महापौर बन गया। सीध्ीा और चुरहट के नतीजों ने भी पार्टी की चिंता बढ़ा दी। यही वजह है कि सत्ता-संगठन के बड़े नेता इस अंचल का लगातार दौरा कर लोगों को यह अहसास कराने में जुटे हैं कि क्षेत्र की अनदेखी नहीं की जा रही।